उत्तर प्रदेश में कोडीन कफ सिरप तस्करी मामले में गिरफ्तार किए गए अमित सिंह टाटा और बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह के मोबाइल डिटेल, सोशल मीडिया फुटप्रिंट को देखने के बाद अब एक और वर्दीवाला जांच एजेंसी के रडार पर है. यह वर्दीवाला विभाग में रहकर इस पूरे नेटवर्क के बड़े चेहरों का बेहद विश्वस्त है.
दरअसल फर्जी फर्म से कोडीन मिक्स कफ सिरप तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए अमित सिंह टाटा और आलोक सिंह से की गई पूछताछ के बाद अब जेल विभाग का एक सिपाही भी रडार पर आ गया है. जांच कर रही एसटीएफ को भी आलोक सिंह के बैंक खातों को खंगालने के बाद इस जेल सिपाही की महिला रिश्तेदार के खाते में ट्रांजैक्शन मिले हैं.
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इस संबंध में जेल विभाग के सूत्रों से जानकारी की गई तो पता चला विभाग में हर किसी को इस जेल सिपाही के बारे में जानकारी है. चर्चा है यह भी है कि सिपाही आलोक सिंह का ही नहीं बल्कि अमित सिंह टाटा का भी करीबी है. अंबेडकर नगर का रहने वाला यह सिपाही पहले इसी जिले के बाहुबली का करीबी हुआ करता था और वहीं से इसने जौनपुर कनेक्शन पकड़कर आलोक सिंह और उसके सरपरस्त का करीबी हो गया है.
बयान के लिए सिपाही को जल्द बुला सकती है पुलिस
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तमाम तस्वीरों और रील में यह अमित सिंह टाटा और आलोक सिंह के साथ ही नजर आता है. आलोक सिंह के रियल स्टेट कारोबार को यही सिपाही और बाराबंकी के रहने वाला एक अन्य प्रॉपर्टी डीलर ही देखता है.
जांच कर रही एसटीएफ अब बैंक खातों से मिले कनेक्शन को देख पड़ताल कर रही कि कहीं आलोक सिंह की तरह जेल का यह सिपाही भी फर्जी फर्म बनाकर कोडीन सिरप तस्करी में शामिल तो नहीं? फिलहाल जांच शुरू की जा रही है. सुबूत मिलते ही इसको भी बयान के लिए बुलाया जाएगा.