हरियाणा की एक जांबाज टीम ने तकनीकी समझदारी और हिम्मत का परिचय देते हुए उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में चल रहे अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. यह पूरा ऑपरेशन गुप्त जानकारी के आधार पर चलाया गया, जिसमें एक गर्भवती महिला को नकली ग्राहक बनाकर भेजा गया था.
इस ऑपरेशन की शुरुआत रोहतक सिविल सर्जन कार्यालय को मिली सूचना से हुई, जिसमें बताया गया कि हरियाणा की गर्भवती महिलाओं को बिजनौर लाकर अवैध रूप से भ्रूण लिंग परीक्षण कराया जा रहा है. PCPNDT के नोडल अधिकारी विश्वजीत राठी और रंजीत ने इस सूचना पर टीम बनाई.
भ्रूण लिंग परीक्षण के नेटवर्क का भंडाफोड़
नकली ग्राहक को 20 हजार रुपये के सीरियल नंबर वाले नोट देकर भेजा गया. बिजनौर पहुंचने पर गाड़ी की पार्किंग लाइट से इशारा हुआ और दलाल महिला का बेटा लिफाफा लेकर गाड़ी में चढ़ा. सभी लोग रॉयल आरजे अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर मसूद जावेद सिद्दीकी ने अल्ट्रासाउंड के जरिए लिंग परीक्षण किया.
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की
जांच के बाद महिला को 28 अप्रैल को फिर आने को कहा गया. तभी टीम ने इशारा मिलते ही छापा मार दिया। डॉक्टर मसूद, साहिल और दलाल महिला के बेटे को मौके से गिरफ्तार किया गया. उनसे नकदी और सीसीटीवी फुटेज भी मिले. तीनों आरोपियों पर PCPNDT एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है, जांच जारी है.