
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां पुरानी रंजिश में एक अधेड़ उम्र के शख्स की फरसे से काटकर हत्या कर दी गई. घुमंतू जाति (नट समुदाय) से ताल्लुक रखने वाले सरपंच महावत को दिनदहाड़े चार दर्जन से अधिक महिला-पुरुषों द्वारा घेराबंदी कर फरसे से काट डाला गया.
मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि हमलावर जब सरपंच महावत को घेरे हुए थे, तब जान बचाने के लिए पुलिस को सूचना दी गई थी. खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंच भी गई थी. लेकिन जब पुलिस के लोग उसे बचाकर ले जा रहे थे उसी दौरान आरोपियों ने सरपंच महावत को छुड़ा लिया और पुलिस के सामने उसपर फरसे से ताबड़तोड़ कई प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया.
वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए. घटना की जानकारी पाकर एसपी समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. फिलहाल, आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीम लगाई गई हैं. अभी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
जानिए पूरा मामला
हरदोई के बेनीगंज कोतवाली इलाके के भैंनगांव में घुमंतू जाति नट समुदाय के कई परिवार रहते है. यहीं के सरपंच महावत (55) और उसके भाई बबलू पर 2009 में अपने ही समुदाय के रामपाल की हत्या का आरोप लगा था. इस मामले में दोनों जेल भी गए थे. जमानत के बाद सरपंच महावत दिल्ली चला गया. कुछ समय बाद लौटकर आया और गांव में फेरी करके जीवन यापन करने लगा.

सोमवार को फेरी करते समय 2009 में हुए कत्ल का बदला लेने के लिए मृतक के परिजनों द्वारा सरपंच महावत की हत्या कर दी गई. मृतक रामपाल के पुत्र और उसके पक्ष के चार दर्जन लोगों ने जिसमें महिला-पुरुष सब शामिल थे उन लोगो ने सरपंच महावत की घेराबंदी कर दी, जिसको देखकर सरपंच जान बचाने के लिए गांव के एक घर में घुस गय. ग्रामीणों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. सूचना पाकर एक सिपाही होमगार्ड के साथ बाइक से आया और सरपंच को अपने साथ बाइक से कोतवाली ले जाने लगा लेकिन घात लगाए हमलावरों ने पुलिसकर्मियों से सरपंच महावत को छीन लिया और फरसे से काटकर उसकी निर्मम हत्या कर दी.
वारदात के दौरान पुलिसकर्मी मूक दर्शक बने रहे. घटना की सूचना पाकर एसपी नीरज सिंह जादौन भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लिया. पुलिस हमलावरों की पहचान कर उनकी तलाश में जुट गई है. चार लोगों को अब तक इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.