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गोरखपुर में महिला ने खुद अपने साथ हो रहे रेप का वीडियो बनाया, वही बना सबसे बड़ा सबूत

गोरखपुर में मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा बेहोशी की दवा देकर रेप और वीडियो से ब्लैकमेल की गई महिला ने अनोखी हिम्मत दिखाई. तीन महीने तक शोषण झेलने के बाद उसने खुद जबरन संबंध का वीडियो बनाया और सबूत के साथ पुलिस पहुंची. इसी वीडियो के आधार पर आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. यह मामला ब्लैकमेलिंग के खिलाफ साहस की मिसाल बना है.

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महिला ने खुद रेप के दौरान वीडियो बना लिया (Photo: representative )
महिला ने खुद रेप के दौरान वीडियो बना लिया (Photo: representative )

गोरखपुर से सामने आया यह मामला सिर्फ एक अपराध की कहानी नहीं है, बल्कि यह उस असाधारण हिम्मत और सूझबूझ की दास्तान है, जिसने एक महिला को पीड़िता से लड़ाकू बना दिया. मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा बेहोशी की दवा देकर रेप और तीन महीने तक वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किए जाने का यह मामला इसलिए अलग है, क्योंकि अंत में महिला ने डर के आगे झुकने के बजाय वही हथियार अपराधी के खिलाफ इस्तेमाल कर लिया, जिससे वह उसे दबाए हुए था. पीड़िता ने खुद अपने साथ हो रहे जबरन शारीरिक शोषण का वीडियो बनाया और उसी सबूत के साथ पुलिस के पास पहुंच गई.

भरोसे की जगह, सबसे बड़ा धोखा

गोरखपुर के खोराबार थाना क्षेत्र की रहने वाली 30 वर्षीय महिला की 19 सितंबर कोअचानक तबीयत बिगड़ी, घबराहट होने लगी. इलाज के लिए वह मजनूं तिराहा स्थित एक मेडिकल स्टोर पहुंची. वहां मौजूद संचालक से वह पहले से परिचित थी, इसलिए किसी तरह का शक नहीं हुआ. महिला के अनुसार, आरोपी ने उसे घबराहट की दवा देने के बहाने मेडिकल स्टोर के अंदर ले जाकर एक तरल पदार्थ पिलाया और थोड़ी देर लेटने को कहा. दवा पीते ही उसकी आंखें भारी होने लगीं और वह बेहोश हो गई. इसी बेहोशी का फायदा उठाकर आरोपी ने मेडिकल स्टोर बंद किया और उसके साथ दुष्कर्म किया.

रेप के बाद दूसरा अपराध: वीडियो और धमकी

अपराध यहीं नहीं रुका. पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ने इस पूरी हैवानियत का अश्लील वीडियो बना लिया. जब महिला को होश आया और उसने विरोध करने की कोशिश की, तो आरोपी ने उसे वीडियो दिखाकर धमकाया अगर उसने किसी को कुछ बताया, तो यह वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया जाएगा. यहीं से शुरू हुआ मानसिक यातना और ब्लैकमेलिंग का वह दौर, जो करीब तीन महीने तक चला. आरोपी वीडियो को हथियार बनाकर महिला को डराता रहा और बार-बार जबरन शारीरिक संबंध बनाता रहा.

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बदनामी का डर, मजबूरी की चुप्पी

महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति दुबई में प्राइवेट कंपनी में काम करता है. वह अपने सास-ससुर और तीन छोटे बच्चों के साथ गांव में रहती है. आरोपी जानता था कि बदनामी और परिवार टूटने का डर उसे चुप रहने पर मजबूर कर देगा. हर बार जब वह विरोध करती, उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती. समाज, परिवार और बच्चों के भविष्य का डर उसे अंदर ही अंदर तोड़ता रहा, लेकिन वह किसी से कुछ कह नहीं सकी.

जब सहनशक्ति टूटी, तब लिया सबसे बड़ा फैसला

तीन महीने तक लगातार शोषण झेलने के बाद पीड़िता ने ऐसा फैसला लिया, जो आसान नहीं था और बेहद जोखिम भरा भी. उसने सोचा कि अगर आरोपी के पास वीडियो है, तो उसके खिलाफ सबूत भी होना चाहिए. एक दिन, जब आरोपी फिर से जबरन शारीरिक संबंध बना रहा था, महिला ने चुपके से अपने मोबाइल फोन से वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने यह कदम मजबूरी में उठाया, क्योंकि उसे लग रहा था कि बिना सबूत के उसकी कोई नहीं सुनेगा.वीडियो बनाने के बाद वह सीधे खोराबार थाने पहुंची. कांपते हाथों से उसने पुलिस को मोबाइल सौंपा और पूरी आपबीती बताई. यह वही पल था, जब ब्लैकमेल का हथियार टूट गया.

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पुलिस की कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार

पीड़िता की तहरीर और वीडियो साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने 21 दिसंबर को मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की गई. जांच में सामने आया कि आरोपी महिला का पूर्व परिचित था और उसने जानबूझकर भरोसे का फायदा उठाया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया, महिला की तहरीर पर केस र्ज किया गया. जांच में आरोप सही पाए गए हैं. महिला द्वारा प्रस्तुत वीडियो साक्ष्य मामले को मजबूत करता है. आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

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