उत्तर प्रदेश पुलिस को गांजा तस्करों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है. एसटीएफ लखनऊ और मऊ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक अंतर-राज्यीय तस्कर को गिरफ्तार करते हुए करीब 3 करोड़ 12 लाख रुपये मूल्य का अवैध गांजा बरामद किया गया है. बरामद गांजा 12 कुंतल 70 किलो 900 ग्राम बताया गया है. इसे असम से लखनऊ लाया जा रहा था.
जानाकीर के मुताबिक, तस्करों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए जिस वाहन का प्रयोग किया, उस डीसीएम गाड़ी पर ‘ऑन ड्यूटी आर्मी’ लिखा हुआ था. इसके अलावा, गाड़ी के अंदर रखे घरेलू सामान के बंडलों और कार्टनों पर भी सेना के अधिकारियों और बटालियन के नाम के फर्जी स्टीकर चिपकाए गए थे, ताकि चेकिंग से बचा जा सके.
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पुलिस अधीक्षक इलामरन के मुताबिक, 23 जून को मुखबिर से सूचना मिली कि तालीमुद्दीन इंटर कॉलेज, मऊ के पास एक संदिग्ध डीसीएम गाड़ी खड़ी है. एसटीएफ लखनऊ, मऊ एसओजी और कोतवाली नगर पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और वाहन की तलाशी ली गई. चेकिंग के दौरान गाड़ी में रखे 24 कार्टन (15 प्लास्टिक कार्टन और 9 सिले बोरे) से भारी मात्रा में अवैध गांजा बरामद हुआ.
इस मामले में पुलिस ने जनार्दन पांडेय नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो सुल्तानपुर के दोस्तपुर का रहने वाला है. पूछताछ में पता चला कि आरोपी असम से गांजा लेकर लखनऊ पहुंचाने वाला था और फर्जी ट्रांसफर बिल्टी के जरिए इसे सेना के घरेलू सामान के रूप में दिखा रहा था. पुलिस ने बताया कि इस गिरोह में तीन और आरोपी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
यह गिरोह पहले भी इसी तरह के तरीके से सेना के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर तस्करी कर चुका है. यह कार्रवाई राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चल रही मुहिम को बड़ी सफलता मानी जा रही है.