उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले की पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पिछले नौ महीनों से फरार चल रहे एक ठग मौलवी को गिरफ्तार किया गया है, जो नेपाल का रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक यह व्यक्ति मस्जिद में मौलाना बनकर रह रहा था और तंत्र-मंत्र व झाड़फूंक के नाम पर दर्जनों ग्रामीणों से लगभग 26 लाख रुपये की ठगी कर चुका था.
जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान इस्लामुद्दीन के रूप में हुई है, जो नेपाल के रोहटक जिले के रामपुर थाना क्षेत्र के जटहरा गांव का निवासी है. वर्ष 2024 में वह चंदौली के नसीरपुर गांव आया और वहां की एक मस्जिद में मौलाना बनकर रहने लगा. मस्जिद में रहकर उसने लोगों का विश्वास जीतने के बाद उन्हें झाड़फूंक और तंत्र-मंत्र के नाम पर ठगना शुरू कर दिया.
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ऐसे किया ठगी का खेल
इस्लामुद्दीन ग्रामीणों को बीमारी, घरेलू समस्या, धन प्राप्ति और भूत-प्रेत के समाधान का झांसा देकर एक-एक व्यक्ति से 25 से 30 हजार रुपये तक की वसूली करता रहा. कुछ लोगों से तो सोने-चांदी के गहने भी ऐंठ लिए. जब ग्रामीणों को ठगी का अहसास हुआ, तब उन्होंने अगस्त 2024 में चंदौली कोतवाली में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद से ही पुलिस को उसकी तलाश थी.
कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि इस्लामुद्दीन किसी जगह छिपा है. सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर उसे धर दबोचा. गिरफ्तारी के समय उसके पास से ₹4.10 लाख नगद, झाड़फूंक का सामान और उत्तर प्रदेश व बिहार के फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए. इसके पास से नेपाल का भी पहचान पत्र मिला है.
अन्य जिलों में भी फैला था नेटवर्क
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पूर्व में गाजीपुर और अन्य जनपदों में भी इसी तरह के झांसे देकर ठगी कर चुका है. चंदौली पुलिस अब इसके पुराने आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि इसके गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं.
पुलिस का बयान
डिप्टी एसपी राजेश कुमार राय ने बताया, अभियुक्त इस्लामुद्दीन ने लोगों को तंत्र-मंत्र के नाम पर गुमराह कर भारी मात्रा में रुपये और गहने ठगे हैं. इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है. पूछताछ में और भी खुलासे होने की उम्मीद है. फिलहाल आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उसके अन्य संपर्कों और फर्जी दस्तावेजों की जांच की जा रही है.