उत्तर प्रदेश में बिजनौर के रहने वाले लड़के ने चीन की लड़की से शादी रचाई है. दोनों की मुलाकात अफ्रीका के अंगोला में हुई थी, जिसके बाद दोस्ती और फिर प्यार हो गया. इसी को लेकर दोनों ने शादी का फैसला किया. अब चीन की सियाओ बिजनौर के मोरना गांव की बहू बन गई हैं. सियाओ की शादी इस गांव के अभिषेक से पंचवटी मंडप में हिंदू रीति-रिवाज से हुई.
दरअसल, मोरना गांव के रहने वाले अभिषेक राजपूत सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. अभिषेक की मुलाकात चीन की रहने वाली सियाओ से पांच साल पहले अफ्रीका के अंगोला में हुई थी, जहां दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे. सियाओ चीन के शांक्सी राज्य के ताइयुआन शहर की रहने वाली हैं. वे अंगोला की आईटी कंपनी 'टिस्टेक' में जॉब करती हैं.
यहां देखें Video
अभिषेक और सियाओ की दोस्ती प्यार में बदल गई और दोनों ने शादी करने का फैसला लिया. सियाओ अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं. वीजा संबंधी समस्या के कारण सियाओ के माता-पिता शादी में शामिल नहीं हो सके. सियाओ अकेले ही भारत आईं और पूरे उत्साह के साथ भारतीय परंपराओं में रंग गईं.

अभिषेक राजपूत ने बताया कि उन दोनों ने 25 सितंबर 2024 को चीन में कोर्ट मैरिज कर ली थी, लेकिन अभिषेक की ख्वाहिश थी कि वे सियाओ संग हिंदू परंपरा के अनुसार सात फेरे लें. सियाओ ने इस प्रस्ताव को सहर्ष स्वीकार किया.
अंगोला से अप्रैल की शुरुआत में भारत लौटे अभिषेक ने अपने परिवार को यह बात बताई और विवाह की तैयारियां शुरू हो गईं. चांदपुर के पंचवटी बैंक्वेट हॉल को विवाह स्थल के रूप में चुना गया, जहां पूरे रीति-रिवाज के साथ जयमाला, सप्तपदी और हवन की रस्में निभाई गईं.

मंडप में जैसे ही दूल्हा-दुल्हन जयमाला लेकर स्टेज पर पहुंचे, तालियों की गूंज ने इस जोड़े का गर्मजोशी से स्वागत किया. हवन के दौरान सियाओ ने भारतीय परंपरा के अनुसार आहूति देकर अभिषेक को पति रूप में स्वीकार किया. चांदपुर के पंचवटी मंडप में सोमवार की रात सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिषेक राजपूत और सियाओ ने हिंदू रीति-रिवाजों से शादी रचाई.
विवाह के बाद अभिषेक ने अपनी नवविवाहिता पत्नी को घर ले जाकर पूरे रीति-रिवाज से गृह प्रवेश कराया. यह विवाह न केवल दो देशों के लोगों को जोड़ने वाला एक अनूठा अवसर बना, बल्कि यह साबित कर गया कि जब दो दिल मिलते हैं, तो सरहदें मायने नहीं रखतीं.