उत्तर प्रदेश पुलिस की सीधी भर्ती परीक्षा 2023 के तहत सिपाही पद पर चयनित एक युवक ने फर्जी स्वतंत्रता सेनानी प्रमाण पत्र देकर नौकरी हासिल करने की कोशिश की थी. मामला सामने आने पर पुलिस ने युवक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. फिलहाल, पुलिस ने चयन रद्द कर दिया है.
भदोही के पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मंगलिक ने बताया कि गोपीगंज निवासी हर्ष यादव का चयन यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती में हुआ था. चयन प्रक्रिया के दौरान उसने दावा किया कि वह स्वतंत्रता सेनानी दिवंगत दीनानाथ यादव का पोता है और इसी आधार पर आरक्षण का लाभ लेते हुए चयनित हुआ. लेकिन जब उसके द्वारा दिया गया स्वतंत्रता सेनानी प्रमाण पत्र जांच के लिए जिलाधिकारी कार्यालय भेजा गया, तो वह फर्जी पाया गया.
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इस फर्जीवाड़े के सामने आते ही उसका चयन रद्द कर दिया गया और हर्ष यादव के खिलाफ IPC की धाराओं 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि फर्जी प्रमाण पत्र की आपूर्ति मिर्जापुर निवासी संजय दुबे नामक व्यक्ति के माध्यम से हुई थी, जो फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का सरगना है.
उसने हर्ष यादव समेत मिर्जापुर के दो अन्य युवकों और जौनपुर के एक युवक के लिए भी इसी तरह के फर्जी प्रमाण पत्र तैयार किए थे. चौंकाने वाली बात यह है कि बाकी तीनों युवक यूपी पुलिस में चयनित होकर अलग-अलग जिलों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. अब पुलिस इस पूरे फर्जीवाड़े की गहराई से जांच कर रही है. प्राथमिक जांच के बाद अब पूरे गिरोह पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है.