उत्तर प्रदेश में बरेली विकास प्राधिकरण ने इज्जत नगर क्षेत्र स्थित वाहिद बेग के अवैध बारात घर को ध्वस्त करने की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रखी. 26 सितंबर 2025 को हुई हिंसा के मामले में आरोपी वाहिद पर मौलाना तौकीर रजा खान के साथ मिलकर नौजवानों को भड़काने का आरोप है. चार बुलडोजर और पोकलेन मशीनों की मदद से इस बारात घर को तोड़ा जा रहा है.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही वाहिद बेग फरार है. प्राधिकरण का कहना है कि यह निर्माण अवैध था और नोटिस के बाद कागज न दिखाने पर यह ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है.
पुलिस और प्रशासन की जांच में सामने आया है कि 26 सितंबर को बरेली में हुए बवाल और हंगामे की रूपरेखा इसी मैरिज हॉल में तैयार की गई थी. बताया जा रहा है कि बवाल को लेकर यहां अहम बैठक हुई थी, जिसमें तौकीर रजा भी शामिल था. बरेली हिंसा के मामले में अब तक 11 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और 80 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. प्रशासन अब उन संपत्तियों को निशाना बना रहा है जो दंगों में किसी भी तरह से शामिल रहे आरोपियों की हैं.
नक्शा नहीं था पास, पहले ही किया गया था सील
बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) ने इस बारात घर को कुछ महीने पहले ही सील कर दिया था. मालिक को नक्शा और जरूरी दस्तावेज दिखाने का समय दिया गया था, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया गया. अधिकारियों के मुताबिक, इस बारात घर का निर्माण पूरी तरह अवैध था. प्राधिकरण इससे पहले वाहिद बेग की एक जिम को भी सील कर चुका है. आज की कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा ताकि कोई व्यवधान न आए.
मौलाना तौकीर के करीबियों पर कसता शिकंजा
बरेली प्रशासन लगातार उन लोगों के प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई कर रहा है जो मौलाना तौकीर रजा खान से जुड़े हुए हैं. अब तक करीब एक दर्जन संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जा चुका है. प्रशासन की इस सख्ती से दंगाइयों और उनके मददगारों में हड़कंप मचा हुआ है. वाहिद बेग की तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है. प्राधिकरण का कहना है कि शहर में अवैध रूप से बने ऐसे सभी निर्माणों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा, विशेषकर उन पर जिनका इस्तेमाल अशांति फैलाने के लिए किया गया.