
यूपी के बहराइच में एक लालची महिला का हैरतअंगेज कारनामा सामने आया है. उसने सुरक्षा के लिए अपने ही पास रखी सगी देवरानी की लाखों की ज्वेलरी को हजम करने के लिए अपने बेटे व छोटे देवर से मिलकर ऐसी साजिश रची जिसमें वो बाद में खुद फंस गई. अब पुलिस ने ज्वेलरी चोरी व चोरी की साजिश के आरोप में जेठानी व उसके देवर समेत चार लोगों को जेल भेज दिया है. वहीं, आरोपी जेठानी का बेटा फरार है जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है.
पूरा मामला बहराइच जिले के इंडो-नेपाल बॉर्डर क्षेत्र अंतर्गत थाना मोतीपुर के लौकाही गांव से सामने आया है, जहां सायदा पत्नी नासिर पर पैसे के लालच का ऐसा भूत सवार हुआ कि उसने अपने पास सुरक्षा के लिए रखे अपनी सगी देवरानी शायना के ही जेवर हड़पने की साजिश रच डाली. सायदा ने एक साजिश के तहत अपने बेटे फैय्याज व उसके दोस्त एख़लाक तथा छोटे देवर मैनुद्दीन से अपने पास रखे देवरानी शायना के लाखों के जेवर की चोरी कराई. उस पर किसी को शक न हो इसलिए देवरानी के साथ अपने भी गहने भी फर्जी तरह से चोरी करा दिया और बाद में अपने गहनों को तो बचा लिया लेकिन देवरानी शायना के गहनों को स्थानीय सर्राफा व्यवसाई मोहम्मद आजम पुत्र हाजी मोहम्मद की दुकान पर बेंचवा कर बिक्री के पैसे का बंटवारा करा दिया.
इतना ही नहीं सायदा ने घर के लोगों को यह यकीन दिलाने के लिए कि गहनों की चोरी से वह किस कदर परेशान है, उसने इस पूरी साजिश से अनजान अपने पति नासिर से इस फर्जी चोरी की मोतीपुर थाने में ऍफ़आईआर भी दर्ज करा दी.
पुलिस ने कैसे किया घटना का खुलासा?
थाना मोतीपुर पुलिस ने बीती 29 मई को लौकाही गांव निवासी नासिर पुत्र शरीफ खान की तहरीर पर ज्वेलरी चोरी का मामला दर्ज किया था. इसमें पुलिस क्षेत्राधिकारी हर्षिता तिवारी के मार्गदर्शन में प्रभारी निरीक्षक थाना मोतीपुर आनंद चौरसिया तथा स्थानीय पुलिस चौकी बलई गांव प्रभारी एसआई शिवेश शुक्ला ने जब जांच आगे बढ़ाई तो बेहद चौंकाने वाली बात निकल कर सामने आई.

पुलिस को सूचना मिली कि स्थानीय सर्राफा व्यवसाई मोहम्मद आजम की दुकान पर इस मामले के वादी नासिर के बेटे फैय्याज को अपराधी किस्म के एक व्यक्ति एख़लाक उर्फ बिल्ला के साथ देखा गया था. जिसके बाद की जांच की सुई दूसरी दिशा में घूम गई, फिर जब पुलिस ने एख़लाक़ उर्फ बिल्ला को पकड़ कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने घटना की पूरी सच्चाई बयां कर दी. उसने बताया कि उसके दोस्त फैय्याज की मां के कहने पर उसने फैय्याज व उसके चाचा मैनुद्दीन के साथ मिलकर उनकी देवरानी के गहने चुराए थे जिसे उन सब ने सोनार मोहम्मद आजम को बेंच कर मिले पैसे आपस में बांट लिए थे.
जेठानी सायदा ने बताया कैसे आया देवरानी के गहने हड़पने का लालच?
एख़लाक के सच्चाई जान लेने के बाद मोतीपुर पुलिस ने साजिशकर्ता सायदा उसके देवर मैनुद्दीन व सोनार मोहम्मद आज़म को लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो सायदा ने अपनी साजिश का खुलासा कर दिया. उसने बताया कि उसके पास सुरक्षित रखे देवरानी के गहनों को देखकर उसके मन में लालच आ गया था जिसको हजम करने के लिए पहले उसने अपने बेटे फैय्याज व उसके दोस्त एख़लाक समेत अपने देवर मैनुद्दीन से उन गहनों की फर्जी चोरी करवाई फिर किसी को इसकी जानकारी न हो इसके लिए उसने अपने पति से उस चोरी की फर्जी एफआईआर लिखवा दी.
क्या कहते हैं एसपी ग्रामीण?
घटना का खुलासा करते हुए जिले के एसपी ग्रामीण दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि थाना मोतीपुर में बीती 29 मई को घर में घुसकर महिला को डरा धमका कर ज्वेलरी चोरी की एफआईआर लिखवाई गई थी. जिसमें पुलिस ने मामले के वादी की पत्नी व उसके एक भाई समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
उन्होंने बताया कि इस घटना में वादी मुकदमा नासिर की ही पत्नी सायदा ने अपनी देवरानी की लगभग दो से ढाई लाख की कीमत के गहनों को जो उसी के पास सुरक्षित रखे थे उसे लालच वश अपने बेटे व उसके दोस्त तथा अपने एक अन्य देवर से मिलकर पहले चोरी करवाई फिर उसे सोनार के हाथों बेंचवा दिया. पुलिस ने आरोपी सोनार मोहम्मद आजम को भी गिरफ्तार किया है. वहीं, आरोपी महिला सायदा का बेटा फैय्याज जो कि अभी फरार है उसे भी पुलिस पकड़ने का प्रयास कर रही है. एसपी ग्रामीण ने बताया कि इस मामले में वादी नासिर इस अमले में शामिल नहीं था उसे इस पूरी साजिश की कोई भी जानकारी नहीं थी.
एसपी ने पुलिस टीम को दिया 25 हजार का इनाम
जिले के एसपी राम नयन सिंह ने इस घटना के सफल अनावरण के लिए जिले के एसपी ग्रामीण दुर्गा प्रसाद तिवारी व क्षेत्राधिकारी मिहिपुरवा हर्षिता तिवारी को प्रशस्ति पत्र देने के साथ घटना के अनावरण में लगी पूरी पुलिस टीम को 25 हजार रुपये नकद इनाम से सम्मानित किया है.