उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में राशन कोटेदारों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एसएसपी डॉ. अनिल कुमार उन्हें सार्वजनिक सड़क जाम करने पर जमकर फटकार लगा रहे हैं. कोटेदार कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन जाम लगाकर प्रदर्शन करने लगे. एसएसपी ने उन्हें अनुशासनहीनता न करने की सख्त चेतावनी दी और भविष्य में मुकदमा दर्ज करने की बात कही.
दरअसल, कोटेदार अपनी समस्या सरकार तक पहुंचाना चाह रहे थे और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे. भीड़ की संख्या ज्यादा होने पर कोटेदारों ने 'जिंदाबाद-मुर्दाबाद' के नारे लगाते हुए सड़क जाम कर दिया. इसी दौरान एसएसपी डॉ. अनिल कुमार अपने कार्यालय जा रहे थे. जाम देखकर वह रुक गए और जब उन्हें पता चला कि कोटेदारों ने ज्ञापन के नाम पर रास्ता रोका है, तो उन्होंने उन्हें सलीके से नागरिकता का पाठ पढ़ाया.
एसएसपी डॉ. अनिल कुमार ने कोटेदारों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि रास्ता जाम करना आम जनमानस और यातायात को बाधित करना है, जो कि गलत है. उन्होंने सभी प्रदर्शनकारियों की वीडियोग्राफी कराने की बात कही और धमकी दी कि यदि भविष्य में ऐसी हरकत हुई, तो सभी पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा. हालांकि, इस पूरे प्रकरण पर पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया, बल्कि केवल चेतावनी देकर उन्हें छोड़ दिया.
एसएसपी बोले- आवागमन बाधित करने का हक नहीं
इस पूरे प्रकरण पर एसएसपी डॉ. अनिल कुमार ने टेलीफोनिक बातचीत में घटना को सत्य बताया. उन्होंने कहा- "रास्ता क्यों रोका, रास्ता किसी के बाप का है क्या... किसी को भी रोड जाम कर आवागमन बाधित करने का हक नहीं है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई का प्रावधान है." अब इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एसएसपी कोटेदारों को अंतिम वार्निंग देते दिख रहे हैं.