Azamgarh Shreya Tiwari Death Case: आजमगढ़ में 11वीं की छात्रा श्रेया तिवारी की मौत के मामले में मृतका के परिजनों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है. हाल ही में पीड़ित परिवार ने सीएम से जनता दरबार में मिलकर अपनी पीड़ा बताई थी. आजमगढ़ से बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने भी उनसे मुलाकात की.
मीडिया से बात करते हुए मृतका की मां ने कहा कि हमारी बेटी तो वापस नहीं आ सकती लेकिन दोषियों को सजा जरूर मिले. ताकि बेटी की आत्मा को शांति मिल सके. उन्होंने आरोपी प्रिंसिपल और टीचर को कोर्ट से बेल मिलने पर सवाल उठाते हुए कहा कि दोनों को थाने से ही छोड़ दिया गया. हालांकि, सीएम की ओर से उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया है.
बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी
सांसद 'निरहुआ' के सामने मृतका की मां ने भावुक होकर कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि सरकार गलत नहीं होने देगी. सभी जानते हैं कि मां को उसका बच्चा वापस नहीं मिल सकता लेकिन दोषियों को सजा जरूर दिलाया जा सकता है. इससे मुझे और मेरी दिवंगत बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी.
तीसरी मंजिल से कूदकर छात्रा ने की थी हत्या
दरअसल, 31 जुलाई को गर्ल्स कॉलेज में चेकिंग के दौरान छात्रा के बैग से मोबाइल मिला था. इसी को लेकर प्रिंसिपल सोनम मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय ने उसे जमकर फटकार लगाई थी. इतना ही नहीं उसे प्रिंसिपल के कमरे के बाहर खड़ा रखा और पैरेंट्स को बुलाने के लिए कहा. आरोप है कि स्कूल की प्रताड़ना से तंग आकर छात्रा ने तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी.
आज़मगढ़: श्रेया तिवारी की मौत के बाद प्रदेश में माहौल गर्माया हुआ है। इस मामले में गिरफ्तार हुए टीचर और प्रिंसिपल को रिहा कर दिया गया, जिसके बाद श्रेया के माता-पिता ने सीएम योगी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। सांसद निरहुआ ने भी श्रेया के परिजनों से मुलाकात की है।#ShreyaTiwari… pic.twitter.com/ekhqw0b2Wg
— UP Tak (@UPTakOfficial) August 17, 2023
इस मामले में परिजनों की शिकायत पर प्रिंसिपल व टीचर पर मुकदमा दर्ज किया गया और फिर उन्हें जेल भेजा गया. हालांकि, 10 अगस्त को उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई. इसी को लेकर पीड़ित परिजन सवाल उठा रहे हैं.
बीजेपी सांसद 'निरहुआ' ने कही ये बात
मृतका के परिजनों से मिलने के बाद 'निरहुआ' ने कहा कि जब इस बात को सीएम योगी के संज्ञान में लाया गया है तो हमें विश्वास है कि मामले में सच सबके सामने आ जाएगा. इसके साथ 'निरहुआ' ने इस केस की विवेचना गैर जिले को ट्रांसफर किए जाने और आरोपित प्रिंसिपल व क्लास टीचर को क्लीन चिट देने पर हैरानी भी जताई.