अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तो हत्या हो चुकी है. लेकिन अतीक की पत्नी शाइस्ता को ढूंढने में पुलिस अब तक नाकाम रही है. हालांकि, शाइस्ता तक पहुंचने के लिए पुलिस लगातार छापेमार कार्रवाई भी कर रही है. इस मामले में पुलिस को अब एक अहम जानकारी मिली है.
पुलिस के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड से पहले शाइस्ता कछार की रहने वाली लेडी डॉन मुंडी पासी से मिली थी. मुलाकात के दौरान अतीक का गनर एहतेशाम भी साथ था. अतीक का गनर और मुंडी पासी शाइस्ता को हर पल की सूचना दे रहे हैं. महिला और गनर दोनों ही शाइस्ता की मदद भी कर रहे हैं.
पुलिस ने बताया कि मुंडी पासी आपराधिक किस्म की महिला है. कई मुकदमों के बाद वह जमानत पर रिहा है. वह लगातार शाइस्ता की मदद कर रही है. कौशांबी बॉर्डर तक मुंडी पासी और अतीक के गनर की तलाश की जा रही है.
दरअसल, अतीक अहमद का सरकारी गनर एहतेशाम पुलिस विभाग में रहा है. शाइस्ता के छुपने में अतीक के गनर का अहम रोल इसलिए भी माना जा रहा है कि वह शाइस्ता को छुपाने में लगातार मदद कर रहा है.
एहतेशाम यूपी पुलिस का सिपाही रहा है. 2004 में जब अतीक अहमद को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, तब ही एहतेशाम को भी उसकी सुरक्षा में लगाया गया था. 2005 में राजू पाल के हत्याकांड में नाम आने के बाद अतीक अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद से ही एहतेशाम फरार था.
यूपी पुलिस ने गनर को बर्खास्त कर दिया था. उमेश पाल हत्याकांड के बाद छापेमारी कर उसकी तलाश की जा रही है. मोहम्मद मुस्लिम ने अतीक अहमद के बेटे अली और उमर के अलावा अतीक के गनर एहतेशाम के खिलाफ भी अपहरण और रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराया है.
पुलिस ने सौलत हनीफ से की पूछताछ
इधर, उमेश पाल मर्डर की जांच कर रही पुलिस अतीक अहमद के बेहद करीब खान सौलत हनीफ से शनिवार को नैनी जेल जाकर पुलिस ने पूछताछ की. दोपहर 2 बजे पुलिस की टीम नैनी जेल पहुंची. पुलिस ने उससे पूछा कि उसने असद को उमेश पाल की तस्वीर मोबाइल पर क्यों भेजी थी. उमेश की तस्वीर भेजने के पीछे उसका मकसद क्या था. सौलत हनीफ उमेश पाल किडनैपिंग केस में उम्रकैद की सजा काट रहा है.
अतीक से आखिरी बार क्या हुई बात?
पुलिस ने सौलत हनीफ से यह भी पूछा कि उमेश पाल हत्याकांड से पहले और बाद में आखिरी बार असद से उसकी कब और क्या बातचीत हुई थी? पुलिस ने फरार चल रही शाइस्ता परवीन के बारे में भी हनीफ से सवाल पूछे. इसके अलावा जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की कि शाइस्ता के कौन लोग करीबी हो सकते हैं, जो फरारी में शाइस्ता की मदद कर रहे हैं. हनीफ को उमेश पाल किडनैपिंग केस में उम्र कैद की सजा हुई है.