देश में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं और लोग अयोध्या पहुंचने की भी तैयारी कर रहे हैं. इस बीच आज विश्व हिंदू परिषद ने दावा किया कि हमने सपा प्रमुख को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया. दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने दावा किया कि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से कोई न्योता उनको नहीं मिला है.
पहले विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार का बयान आया कि पहले वो (अखिलेश) कह रहे थे कि अगर बुलाएंगे तो हम जाएंगे. तो हमने उनको बुलाया है अब वो कह रहे हैं कि राम जी बुलाएंगे तो जाएंगे. अब देखते हैं कि राम जी खुद बुलाते हैं उनको या नहीं. अगर नहीं बुलाएंगे तो साफ हो जाएगा कि राम जी शायद नहीं बुलाना चाहते हैं.
इससे जुड़ा सवाल अखिलेश यादव से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया. तब अखिलेश ने कहा, 'मैं इनको (आलोक कुमार) नहीं जानता. हम उनको ही निमंत्रित करते है जिनको जानते हैं और उनसे ही निमंत्रण लेते हैं.'
'सबका स्वागत है'
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव कह चुके हैं, अगर ट्रस्ट उनको बुलाता है तो वो जाएंगे. इस पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा था कि प्रभु तो सबके हैं. ट्रस्ट बुलाए या न बुलाए, दर्शन तो हर वक्त कर सकते हैं. ट्रस्ट लोगों को आमंत्रित कर रहा है. मगर, किसी का नाम छूट जाए तो वो आएं और दर्शन करें, सबका स्वागत है.
22 जनवरी को है प्राण प्रतिष्ठा समारोह
आपको बताते चलें कि अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन 22 जनवरी को हो रहा है. प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जारी हैं. समारोह के लिए साधु-संतों समेत वीवीआईपी और वीआईपी मेहमानों को न्योता भेजा जा रहा है. इस दिन राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. इस मौके पर रामलला के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचना चाहते हैं. हालांकि प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दिग्गज हस्तियों के शामिल होने के कारण यहां प्रोटोकॉल लागू होगा. इस दिन अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था काफी मजबूत होगी.