उत्तर प्रदेश के मथुरा में पानी टंकी गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस का कहना है कि मलबे में बच्चों समेत कुछ लोगों के दबने से हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रविवार को आवासीय कॉलोनी में पानी की टंकी गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्होंने बताया कि यह घटना शाम करीब छह बजे उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कृष्णा विहार कॉलोनी में हुई है. 2.5 लाख लीटर की टंकी के मलबे में बच्चों समेत कुछ लोगों के दबने से हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है. उन्होंने बताया कि आसपास के कुछ घर भी मलबे की चपेट में आ गए हैं.
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'6 करोड़ रुपये की लागत से तैयार कराया गया था टंकी'
जिला मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है. अग्निशमन सेवा और पुलिसकर्मियों के अलावा राजस्व, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई है. एनडीआरएफ की टीमों को भी बुलाया गया है. डीएम ने ये भी बताया कि पानी की टंकी का निर्माण 2021 में पूरा हुआ था. महज तीन साल में इसके ढह गई. इसकी जांच की जाएगी. टंकी का निर्माण जल निगम ने गंगाजल पेयजल परियोजना के तहत 6 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया था.
'एक दर्जन लोगों को अस्पताल में कराया गया भर्ती'
वहीं, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (वित्त एवं राजस्व) योगेंद्र पांडे ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है, लेकिन वे मृतकों का ब्योरा नहीं दे सके. उन्होंने बताया कि मलबा हटाने का काम अभी भी जारी है और कई लोग अभी भी इसके नीचे फंसे हुए हैं. दो लोगों की मौत हो गई है और एक दर्जन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
'मलबे में अभी और लोगों के फंसे होने की संभावना'
स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम के प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद ने बताया कि शुरुआत में मलबे से चार घायलों को निकाला गया था, लेकिन अब यह संख्या एक दर्जन तक पहुंच गई है. उन्होंने बताया कि मलबे में अभी और लोगों के फंसे होने की संभावना है.