जेरोधा कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ नितिन कामथ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि कैसे वो अपने ही दफ्तर में फर्जी छापेमारी करा चुके हैं. ऐसा कर्मचारियों के साथ प्रैंक करने के लिए किया गया था.
इसका वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि ऐसा 10 साल पहले किया था. कामथ तनाव के बीच टीम कैसी प्रतिक्रिया देती है, इस बारे में जानना चाहते थे. इसी वजह से उन्होंने अपने बेंगलुरु ऑफिस में फर्जी छापेमारी करवाई. उन्होंने इसी फर्जी छापेमारी का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
इस फर्जी प्रैंक के तहत दफ्तर में हिडन कैमरा लगाए गए थे. ताकि सभी कर्मचारियों की प्रतिक्रिया उसमें रिकॉर्ड हो सके. पुलिस अधिकारियों का रोल करने के लिए एक्टर्स को हायर किया. इनके साथ कुछ फर्जी रिपोर्टर भी लाए गए. ये सभी बॉम्बे हाई कोर्ट के ऑर्डर का बहाना बनाकर दफ्तर में आए. फर्जी दस्तावेजों के जरिए कर्मचारियों पर पोंजी स्कीम और वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल होने का झूठा आरोप लगाया गया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई.
वीडियो में आगे दो कर्मचारी पुलिस से बात करते दिखाई दिए. इनमें से एक क्लाइंट ऑपरेशंस के प्रमुख हनान हैं. उन्होंने पुलिस वालों से सख्ती से जवाब मांगा. वहीं दूसरी तरफ ऑपरेशंस प्रमुख वेणु दिखे. वो काफी शांत थे और पुलिस से बातचीत कर रहे थे. फर्जी पुलिस बार बार कर्मचारियों से नितिन कामथ के बारे में पूछती रही. इसके बाद सभी कर्मचारियों को कमरे में बंद कर दिया गया.
उनसे कहा गया कि अपने बॉस के वापस आने का इंतजार करो. वीडियो के आखिर में कंपनी के मालिक कामथ खुद आते हैं. वो अपने कर्मचारियों को बताते हैं कि ये महज एक प्रैंक था. इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर 13 हजार से अधिक लोगों ने देख लिया है. लोग इस पर कमेंट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.