जंग भले ही दो मुल्कों के बीच हो, लेकिन तारीख गवाह है. भुगतना हमेशा आम लोगों को पड़ता है. भले ही एक समय तक लड़ते रहने के बाद, दो मुल्क, एक मेज पर साथ आकर एक दूसरे से समझौता कर लें. लेकिन कभी पूछिये उन लोगों से जिन्होंने युद्ध की विभीषिका को झेला है. ऐसे लोगों के पास यातना से लेकर जिंदा बचे रहने की चुनौतियों तक, ऐसी तमाम कहानियां होंगी जो न केवल दिलों को दहला कर रौंगटे खड़े कर देंगी. बल्कि ये भी बताएंगी कि, जब इंसान के दिल में किसी के प्रति नफरत गहरी होती है वो ऐसा बहुत कुछ कर जाता है जिसके बाद उसे खुद को इंसान कहने में भी शर्म महसूस हो.
इजरायल हमास युद्ध के इस दौर में कई कहानियां हमारे आस पास तैर रही हैं. इन्हीं कहानियों में से एक कहानी उस पिता की है. जिसकी 8 साल की बेटी को हमास के वहशी दरिंदों ने मार दिया लेकिन उस पिता की आंख में आंसू नहीं, बल्कि लबों पर मुस्कुराहट थी.
जी हां बिलकुल सही सुना आपने. दरअसल इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हुआ है. वायरल वीडियो में एक इजरायली पिता थॉमस हैंड उन क्षणों को याद करता हुआ दिखाई देता है जिसकी 8 साल की बेटी को हमास के हैवानों ने मार दिया. पिता के अनुसार जैसे ही उनको इस बात की जानकारी मिली कि उनकी एमिली नाम की बेटी मिल तो गई लेकिन उसे मार दिया गया उसके मुंह से ख़ुशी में Yes निकला और वो मुस्कुराया.
पिता के अनुसार. बेटी की मौत उसके लिए इसलिए भी सुखद थी. क्योंकि उसे हमास द्वारा किडनैप किये गए जिन लोगों के भी समाचार मिले वो डराने वाले थे. जैसी रिपोर्ट्स आ रही हैं यदि उनका अवलोकन करें तो मिलता है कि जिन लोगों का भी अपहरण हमास ने किया. उनको ऐसी ऐसी यातनाएं दी गई हैं जिन्हें सोचने से भी आदमी सिहर उठे.
वायरल वीडियो में पिता इस बात को कह रहा है कि उसकी बेटी या तो मर चुकी है या फिर गाजा में है. व्यक्ति ने ये बातें एक CNN को दिए गए इंटरव्यू में की हैं और कहा है कि यदि आप इस बारे में कुछ भी जानते हैं कि वे गाजा में लोगों के साथ क्या करते हैं, तो यह मौत से भी बदतर है.
दुखी पिता के अनुसार, 'जिस तरह से वे आपके साथ व्यवहार करते हैं, उनके पास न खाना है, न पानी है. मूल रूप से आयरलैंड के रहने वाले इस पिता ने इस बात की कल्पना की कि उनकी बेटी एक अंधेरे कमरे में होगी और वहां न जाने कितने लोग होंगे. ऐसी स्थिति में इंसान तिल तिल मरता है इसलिए अगर किसी को मृत्य आ जाए तो वो आशीर्वाद से कम नहीं कहा जाएगा.
हैंड ने कहा कि उनकी बेटी बीते दिन अपने एक दोस्त के साथ स्लीपवार के लिए उसके घर गई थी. तभी हमास के आतंकियों ने हमला किया और 100 लोग इस हमले में बेरहमी से मारे गए.
जैसा कि हम वीडियो में देख रहे हैं. हमास की प्रताड़ना का सामना कर चुका ये आयरिश पिता हमें बहुत लाचार और बेबस नजर आ रहा है. सोच कर देखिये कि कल की तारीख में अगर फिलिस्तीन और इजरायल के बीच समझौता हो जाए तो भी क्या इस पिता का दुःख कम होगा? दो मुल्कों के रूप में इजरायल और फिलिस्तीन एक दूसरे से लड़ भिड़कर अलग हो जाएंगे मगर जिस दंश को एक पिता के रूप में थॉमस ने झेला है उसका बखान किसी भी तरह के शब्दों में नहीं किया जा सकता.
बेटी की मौत की जानकारी होने पर थॉमस मुस्कुराया है. मगर जब हम इस मुस्कराहट को देखेंगे तो हमें दुःख, गुस्सा, नफरत, बेबसी और लाचारी जैसी कई अनुभूतियां एक साथ दिखाई देंगी.