एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह अस्पताल के बिस्तर पर लेटी हुई ऑफिस की मीटिंग अटेंड करती नजर आ रही है. महिला के हाथ में ड्रिप लगी हुई है और सामने लैपटॉप खुला है, जिसमें ऑनलाइन मीटिंग चल रही है. इस वीडियो ने कॉर्पोरेट वर्क कल्चर पर एक नई बहस छेड़ दी है. यह वीडियो दीपिका मंत्री नाम की महिला ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. वीडियो में साफ दिखता है कि इलाज के दौरान भी वह काम से जुड़ी हुई हैं. वीडियो पर लिखा है, 'बिना बताए साबित करो कि तुम कॉर्पोरेट कर्मचारी हो.' इसके साथ कैप्शन दिया गया है, 'कॉर्पोरेट कर्मचारी ft.'
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कई लोगों का कहना है कि यह दिखाता है कि कॉर्पोरेट दुनिया में बीमारी के समय भी काम करने का दबाव रहता है. कुछ लोगों ने महिला की मेहनत और लगन की तारीफ की, लेकिन कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि जब कोई अस्पताल में भर्ती है, तो उससे काम की उम्मीद क्यों की जाती है. एक यूजर ने लिखा, 'कृपया इसे सामान्य मत बनाइए.' दूसरे ने कहा, 'मीटिंग को बाद में भी रखा जा सकता था.' वहीं एक और यूजर ने लिखा- कॉर्पोरेट लाइफ आपको सिखाती है कि जब तक मजबूरी न हो, तब तक अपनी सेहत को नजरअंदाज करते रहो.
सर्जरी के तुरंत बाद लिया ऑफिस कॉल्स
कई लोगों ने अपने अनुभव भी शेयर किए. किसी ने कहा कि उसने सर्जरी के तुरंत बाद ऑफिस कॉल्स अटेंड की थीं, तो किसी ने लिखा कि अब अस्पताल से काम करना, वर्क फ्रॉम होम का नया रूप बनता जा रहा है.' कुल मिलाकर, यह वीडियो काम और सेहत के बीच संतुलन पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
एक यूजर ने लिखा- आपकी लगन देखकर अच्छा लगा. लेकिन आपका यह काम दूसरों की भलाई को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि मैनेजर आपकी तुलना दूसरों से कर सकता है.. बेहतर यही है कि हमेशा ईमेल भेजें और सीधे छुट्टी ले लें. जेनी नाम के यूजर ने लिखा-अब आपकी सेहत कैसी है..... ठीक है। इस पर काम शुरू कीजिए.. हमें इसे दिन के अंत से पहले पूरा करना है. निशा नाम के यूजर लिखती हैं-दरअसल, बीमार होने पर भी जवाब देना शुरू करना ही खतरे की घंटी है... आप अपने संभावित ग्राहकों को बीमार होने पर भी आपको कॉल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और यह उम्मीद जगा रहे हैं कि आप बीमार होने पर भी जवाब देंगे...आपको इसे रोक देना चाहिए था.