एक बच्चे का जन्म तब होता है जब मां गर्भधारण करती है और भ्रूण को 9 महीने तक अपने गर्भ में रखती है. भ्रूण महिला के शरीर के अंदर विकसित होता है और उसके बाद बच्चा जन्म लेता है. मानव शरीर की रचना ही ऐसी होती है. लेकिन हाल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक ब्राजील की महिला कुल 56 सालों तक गर्भवती रही.
इतना ही नहीं बल्कि उसे महीनों तक इस बात का अंदाजा भी नहीं थी. जब उसके पेट में बहुत दर्द होने लगा तब महिला को इस बारे में मालूम हुआ.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 81 साल की डेनिएला वेरा नाम की महिला बेहद अजीब स्थिति से पीड़ित थी. अचानक पेट दर्द के बाद जब वह डॉक्टर के पास गई तो पता चला कि उसके पेट में कैल्सीफाइड भ्रूण है. सात बच्चों की मां डेनिएला को इस बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी.14 मार्च को डॉक्टर सर्जरी के जरिए इस भ्रूण को हटाने में कामयाब रहे, लेकिन इस ऑपरेशन के बाद डेनिएला ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह सकीं और अगले ही दिन उनकी मौत हो गई.
डेनिएला का इलाज करने वाले डॉक्टर पैट्रिक डेज़िरेम ने खुलासा किया कि सर्जरी के बाद इंफेक्शन के कारण महिला की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे मामले होते हैं जहां यूटरस के बजाय शरीर के किसी अन्य हिस्से में गर्भधारण हो जाता है, इसे एक्टोपिक प्रेग्नेंसी कहा जाता है.
यह गर्भावस्था का एक प्रकार है जहां फर्टिलाइज्ड गर्भ के बाहर गर्भ धारण करता है, जहां वह जीवित रहने में सक्षम नहीं होता है. ऐसा ही कुछ डेनिएला के साथ भी हुआ. बच्चे का विकास ठीक से न होने के कारण वह कैल्सीफाइड हो जाता है. ऐसे में शरीर में न तो तेज दर्द होता है और न ही खून बहता है. एक्स-रे होने तक शरीर में कोई लक्षण नजर नहीं आते.