पाकिस्तानी सीमा चौकी पर गत वर्ष नवंबर में हुए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के हवाई हमले के लिए अमेरिका ने इस्लामाबाद से माफी मांगने से इंकार किया है. इस हमले में पाकिस्तान के 24 सैनिक मारे गए थे. समाचार एजेंसी 'ऑन लाइन' की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने कहा कि यह दोनों देशों के लिए आगे बढ़ने का समय है.
अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत शेरी रहमान एवं पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने मांग की है कि हवाई हमले के लिए अमेरिका को माफी मांगनी चाहिए.
भुट्टो की मांग पर प्रतिक्रिया मांगने पर उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बेन रोड्स ने पकहा, 'इस हमले को लेकर हमने जो पहले कहा है कि हमें इस घटना पर काफी दुख है, इससे अधिक कहने के लिए मेरे पास कुछ भी नया नहीं है.'
उन्होंने कहा, 'हमने इस घटना की पूरी जांच की है. इसके अलावा हमने जांच के नतीजों को पाकिस्तान के साथ साझा किया है.'
बेन ने कहा, 'हमारा मानना है कि आगे बढ़ने और उस खास घटना से आगे बढ़ने के लिए हमारे पास एक आधार है. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह की घटना दोबारा न हो. हमें पाकिस्तान की सम्प्रभुता का सम्मान करना है.'
रोड्स ने कहा कि शिकागो में नाटो सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके पाकिस्तानी समकक्ष आसिफ अली जरदारी के बीच बैठक प्रस्तावित नहीं थी.