जनता को महंगी पड़ रही है महंगाई लेकिन लगता है कि अब सरकार को भी महंगी पड़ेगी महंगाई. महंगाई पर ममता बनर्जी का जो रुख है, उससे साफ है कि सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.
ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद अब तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी मनमोहन सिंह से करने वाले हैं मुलाकात. महंगाई की मार से बढ़ती जा रही है- ममता बनर्जी और सरकार के बीच की खाई. महंगाई के खिलाफ केंद्र सरकार से अब आर-पार के मूड में आ गई हैं ममता बनर्जी. नतीजा क्या होगा, ये पता चलेगा 8 तारीख को जब पीएम मनमोहन सिंह से मिलेंगे तृणमूल कांग्रेस के सांसद.
8 नवंबर यानी मंगलवार का दिन सरकार के लिए मंगल लाएगा, या फिर महंगी पड़ेगी सरकार को महंगाई क्योंकि तृणमूल कांग्रेस के सांसद इसदिन महंगाई पर सरकार को घेरेंगे. इसीलिए तृणमूल कांग्रेस के सासंदों ने ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंप कर साफकर दिया कि बहानेबाजी से बात नहीं बनेगी.
क्योंकि ममता बनर्जी अब सीधे मुद्दों का हल चाहती हैं. प्रधानमंत्री के सामने तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का दल कई बातें रखने वाला है, जैसे पेट्रोल के बढ़े दाम वापस हों, बढ़ती कीमतों पर काबू किया जाए, आम जनता के हित में फैसले हों आदि. आपको बता दें कि ममता बनर्जी ने पेट्रोल के दाम बढ़ने के बाद से ही सरकार पर रोल बैक के लिए दबाव बनाया हुआ है.
ममता बनर्जी ने पेट्रोल के दाम बढ़ने के साथ ही साफ कर दिया था कि अब और महंगाई मंजूर नहीं. ममता ने सीधे शब्दों में सरकार को अल्टीमेटम दिया था. जाहिर है कि ममता की नाराजगी से सरकार पर भारी दबाव है.
ममता से बात बिगाड़ने से पहले सरकार को 100 बार सोचना होगा क्योंकि 2जी पर डीएमके पहले ही खफा है. इसलिए सबकी नजर प्रधानमंत्री और तृणमूल सांसदों की बैठक पर है, जिसके बाद ही महंगाई पर ममता बनर्जी और केंद्र सरकार का रुख पूरी तरह साफ हो पाएगा.