दक्षिण कोरिया (South Korea) में कुछ नेता मौजूदा कानूनों में संशोधन की मांग कर रहे हैं. इन नेताओं की मांग है कि कानून में संशोधन करते हुए सीमेन टेररिज्म (Semen terrorism) यानि वीर्य आतंकवाद को एक गंभीर सेक्स क्राइम (Sex crime) माना जाए. दरअसल पिछले कुछ सालों में दक्षिण कोरिया (South Korea) में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब महिलाओं को शर्मिंदा करने के लिए कुछ पुरुषों ने सीमेन का इस्तेमाल किया है. (दक्षिण कोरिया प्रोटेस्ट्स, फोटो क्रेडिट: Getty images)
मसलन, साल 2019 में एक शख्स ने एक महिला के जूतों पर सीमेन डालकर उन्हें खराब करने की कोशिश की थी. अदालत ने इस शख्स पर 435 डॉलर्स का जुर्माना लगाया था. इस मामले में पुलिस का कहना था कि इस केस में प्रॉपर्टी डैमेज के चार्ज लगाए गए थे क्योंकि इस केस में यौन अपराध के आरोपों को लागू करने के लिए कोई कानूनी प्रावधान मौजूद नहीं थे. (दक्षिण कोरिया प्रोटेस्ट्स, फोटो क्रेडिट: Getty images)
इसी तरह एक और केस में एक शख्स को तीन साल की सजा सुनाई गई थी क्योंकि इस शख्स ने महिला की कॉफी में सेक्शुएल इच्छाएं बढ़ाने वाली दवा के साथ ही सीमेन डाल दिया था. दरअसल ये शख्स महिला को पसंद करता था लेकिन इस महिला की इस शख्स में दिलचस्पी नहीं थी. इसके बाद ही इस शख्स ने महिला के साथ बदला लेने की कोशिश की थी. (दक्षिण कोरिया प्रोटेस्ट्स, फोटो क्रेडिट: Getty images)
हालांकि, इस हरकत के बावजूद इस केस को सेक्स क्राइम के तौर पर नहीं देखा गया था क्योंकि इस केस में महिला के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई थी बल्कि उन्हें शर्मिंदा करने के लिए ऐसा किया गया था. इन घटनाओं के सामने आने के बाद ही दक्षिण कोरिया में ऐसे केसों को सीमेन टेररिज्म कहा जाने लगा है.(दक्षिण कोरिया प्रोटेस्ट्स, फोटो क्रेडिट: Getty images)
इसके अलावा मई 2021 में एक सिविल सर्वेंट शख्स ने पिछले छह महीनों में छह बार अपनी महिला सहकर्मी के कॉफी ग्लास में सीमेन डाल दिया था. कोर्ट ने कहा था कि इस शख्स की हरकत के चलते कॉफी कंटेनर खराब हुआ है. स्थानीय मीडिया ने इसके अलावा भी सीमेन टेररिज्म की कुछ घटनाओं को रिपोर्ट किया है. (दक्षिण कोरिया प्रोटेस्ट्स, फोटो क्रेडिट: Getty images)
डेमोक्रेटिक पार्टी के Baek Hye ryun ने इस बारे में द गार्डियन से बातचीत में कहा- इस केस में महिला को शर्मिंदा करने की कोशिश की गई लेकिन इसके बावजूद इसे सेक्स क्राइम नहीं माना गया क्योंकि दोनों का कोई डायरेक्ट फिजिकल कॉन्टेक्ट नहीं हुआ था. कोर्ट कॉफी मग डैमेज होने की बात को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं लेकिन ये उससे कहीं ज्यादा खतरनाक हरकत है. Baek खुद संशोधन के सहारे सीमेन टेररिज्म को सेक्स क्राइम बनाने की कोशिश कर रहे हैं. (दक्षिण कोरिया प्रोटेस्ट्स, फोटो क्रेडिट: Getty images)
इस मामले में बात करते हुए कोरियन वीमेन लिंक की सेक्रेटी जनरल Choi Won-jin ने कहा कि हर सेक्स क्राइम एक गंभीर अपराध होता है. इन केसों को हिंसा के मामूली मामले नहीं समझना चाहिए बल्कि ये जानबूझकर एक खास जेंडर को टारगेट करने के लिए किए जाते हैं. इसलिए ये ना केवल सेक्स क्राइम है बल्कि इन्हें हेट क्राइम की श्रेणी में भी डाला जाना चाहिए.(दक्षिण कोरिया प्रोटेस्ट्स, फोटो क्रेडिट: Getty images)
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में साउथ कोरिया में कानूनी व्यवस्था में सुधार देखने को मिला है. इस देश में अवैध सेक्स वीडियो रखने पर तीन साल की सजा और महिलाओं को स्टॉक करने वाले लोगों को भी कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है. Choi ने कहा कि कानूनी संशोधन लाने वाली घटनाओं की तरह ही सीमेन टेररिज्म से जुड़ी घटनाओं को भी उतनी ही गंभीरता से लिया जाना चाहिए. (फोटो क्रेडिट: Getty images)