नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई नोटबंदी का एक साल पूरा हो गया है. इस मौके पर सरकार जहां उपलब्धियां गिना रही हैं, वहीं कई रिपोर्ट में इसकी समीक्षा भी हो रही है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि मोदी सरकार से पहले देश में कब-कब नोटबंदी हुई थी...
पहली बार जनवरी 1946 में भारत में डिमॉनेटाइजेशन का फैसला लिया गया था. इस दौरान 1000, 5000 और 10,000 रुपये के नोट्स को सर्कुलेशन से हटा लिया गया था. आपको बता दें भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा प्रिंट की गई सबसे बड़ी करेंसी, 10 हजार रुपये का नोट ही था. इसे पहली बार 1938 में लाया गया था.
जनवरी 1978 में भी मोरारजी देसाई सरकार ने नोटबंदी की थी. तब भी 1000, 5000 और 10,000 रुपये के नोट्स को इलीगल घोषित कर दिया गया था. तत्कालीन आरबीआई गर्वनर आईजी पटेल ने सरकार के फैसले की आलोचना की थी
हालांकि, जब मोदी सरकार ने नोटबंदी की तो उन्हें आरबीआई गर्वनर उर्जिट पटेल का साथ मिला. हालांकि, दुनिया के कई इकोनॉमिस्ट ने फैसले की आलोचना भी की थी.
मोदी सरकार ने नोटबंदी के कई फायदे गिनाए थे. इनमें कालेधन पर रोक, आतंकवादियों की फंडिंग पर लगाम शामिल हैं.
8 नवंबर 2016 को नोटबैन किया गया था. तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार देश से भ्रष्टाचार और कालेधन को जड़ से खत्म करने के लिए 500 और 1000 रुपये की करेंसी को बंद कर रही है.