2026 की पहली सुबह का स्वागत करने के लिए मुंबई की मायानगरी में उत्साह अपने चरम पर है, जहां लाखों भक्तों की पहली ख्वाहिश बप्पा का आशीर्वाद लेने की है. इसी धार्मिक उल्लास को देखते हुए मुंबई का प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर पूरी तरह सज-धज कर तैयार है, जहां 1 जनवरी को करीब 3 से 4 लाख श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान जताया जा रहा है.
भक्तों के इसी सैलाब को संभालने के लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारी की है, जिसके तहत मंदिर के कपाट सामान्य समय से काफी पहले, यानी तड़के 3:15 बजे ही खोल दिए जाएंगे. यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि प्रशासन को उम्मीद है कि साल की पहली झलक पाने के लिए श्रद्धालु आधी रात से ही मंदिर की चौखट पर कतारें लगानी शुरू कर देंगे.
समय सारिणी के अनुसार, सुबह 5:30 बजे महापूजा, नैवेद्य और आरती के साथ दिन की शुरुआत होगी, जिसके बाद दोपहर 12:00 बजे तक दर्शन का सिलसिला अनवरत जारी रहेगा. हालांकि, दोपहर में नैवेद्य के लिए मंदिर के पट केवल आधे घंटे के लिए बंद किए जाएंगे, लेकिन 12:30 बजे से दोबारा शुरू होने वाले दर्शन रात 11:30 बजे शयन आरती तक लगातार चलते रहेंगे. मंदिर ट्रस्ट का पूरा फोकस इस बात पर है कि नए साल के इस पावन मौके पर दूर-दराज से आने वाले किसी भी भक्त को निराश न होना पड़े और हर कोई सुगमता के साथ बप्पा के दर्शन कर सके.
यह भी पढ़ें: नए साल से पहले उज्जैन हुआ हाउसफुल! 19 घंटे नॉन-स्टॉप दर्शन, फिर भी खत्म नहीं हो रही भक्तों की कतार
आम भक्तों के लिए खास इंतजाम: दादर से फ्री बस और कतारों में मुफ्त चाय
श्रद्धालुओं की भारी तादाद को देखते हुए मंदिर की सीईओ वीणा पाटिल ने एक बड़ा फैसला लिया है. इसी कड़ी में इस दिन होने वाली सभी 'विशिष्ट पूजाओं' को स्थगित कर दिया गया है, ताकि आम जनता के दर्शन में कोई बाधा न आए. इतना ही नहीं, व्यवस्था को और अधिक सुगम बनाने के लिए महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए अलग से समर्पित कतारें बनाई गई हैं.
वहीं दूसरी ओर, कतारों में खड़े भक्तों का उत्साह बना रहे, इसके लिए एलईडी टीवी के माध्यम से अनुष्ठानों का सीधा प्रसारण किया जाएगा. चूंकि लंबी प्रतीक्षा के दौरान भक्तों को शारीरिक थकान या परेशानी हो सकती है, लिहाजा मंदिर की ओर से कतारों में ही मुफ्त चाय और दूध के वितरण की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जगह-जगह मेडिकल पोस्ट भी तैनात किए गए हैं.
यह भी पढ़ें: पार्टी और शोर-शराबे से तौबा... 'डिजिटल डिटॉक्स' से होगी 2026 की शुरुआत
अगर बात करें यातायात की, तो मंदिर तक पहुंचने का सफर भी काफी आरामदायक बनाया गया है. खासकर दादर रेलवे स्टेशन से आने वाले भक्तों के लिए विशेष मुफ्त बस सेवा शुरू की गई है. हालांकि सड़क पर लगने वाले संभावित जाम को देखते हुए प्रशासन ने श्रद्धालुओं को मेट्रो का विकल्प चुनने की सलाह दी है. सिर्फ सफर ही नहीं, बल्कि मंदिर पहुंचने के बाद भी भक्तों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए निशुल्क जूते-चप्पल काउंटर और प्रसाद के विशेष स्टॉल लगाए गए हैं. देखा जाए तो प्रशासन ने सुरक्षा से लेकर सुविधा तक ऐसे पुख्ता इंतजाम किए हैं कि नए साल की पहली सुबह बप्पा के दरबार में आने वाला हर भक्त एक सुखद और भक्तिमय अनुभव लेकर वापस लौटे.