स्वामी नित्यानंद (Swami Nithyananda) का असली नाम अरुणाचलम राजशेखरन (Arunachalam Rajshekharan) है. अनुयायियों के बीच नित्यानंद परमशिवम और परमहंस नित्यानंद के रूप में जाने जाते हैं. वह एक हिंदू गुरु, धर्मगुरु और पंथ नेता हैं. वह नित्यानंद ध्यानपीठम के संस्थापक हैं. यह एक ट्रस्ट है, जो कई देशों में मंदिरों, गुरुकुलों और आश्रमों के मालिक हैं.
1 जनवरी 1978 को जन्में नित्यानंद (Swami Nithyananda Born) के खिलाफ भारत में बलात्कार और अपहरण के आरोप लगाए गए हैं. वह भारत से भाग गया और 2019 से छिपा हुआ है (Allegations against Swami Nithyananda). वह आरोपों से संबंधित अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी किया हुआ है. भारत में उन्हें भगोड़ा घोषित किया है (Swami Nithyananda Non Bailable Warrant).
2020 में, उन्होंने कैलासा (Kailaasa) नामक अपने स्व-घोषित द्वीप राष्ट्र की स्थापना की घोषणा की थी. साथ ही, एक ब्रोशर में नित्यानंद की फोटो वाले कैलासा यूके (Kailaasa UK) के लिए एक विज्ञापन भी दिखाया गया था.
फरवरी 2023 में संयुक्त राज्य कैलासा का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र समिति की दो बैठकों में भाग लिया. एक मीडिया अधिकारी ने कहा कि उनके योगदान को नजरअंदाज किया जाएगा (Kailaasa United Nations committee meetings in Geneva 2023).
धर्म की आड़ में अधर्म का खेल खेलने वाले ढोंगी बाबाओं की लिस्ट लगातार लंबी होती जा रही है. कभी चमत्कार और उपदेशों के नाम पर लोगों की आस्था से खेला गया तो कभी धर्म के चोले में कुकर्मों का अड्डा सजाया गया. नतीजा ये कि आज कई बाबा जेल की सलाखों के पीछे कराह रहे हैं.
नित्यानंद का फर्जी राष्ट्र कैलासा एक बार फिर चर्चाओं में है. रेप का आरोप लगने के बाद नित्यानंद भारत से फरार होकर दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर देश में जमीन का एक टुकड़ा खरीद लिया है और इसे एक संप्रभु राष्ट्र बताता है. नित्यानंद दावा करता है कि कैलासा का अपना रिजर्व बैंक, खुद की करंसी और अलग संविधान भी है.
भारत के साथ-साथ अब भगोड़े नित्यानंद का कैलासा अमेरिका के लिए भी सिरदर्द साबित हो रहा है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि नित्यानंद के कैलासा ने अमेरिका के 30 से ज्यादा शहरों के साथ फर्जी तरीके से सिस्टर-सिटी समझौता कर लिया. us के शहर अब अपनी इस गलती पर खेद जता रहे हैं.
नित्यानंद ने बीते शुक्रवार को एक ट्वीट कर कहा था कि हिंदू धर्म के परमधर्मपीठ के प्रेस सचिव रजिस्टर्ड मीडिया और समाचार एजेंसियों को एक सवालोत्तर सेशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हुए प्रसन्न हैं. यह कैलासा के बारे में सवाल पूछने और जानने का एक विशेष अवसर है. अब उन्होंने कुछ सवालों के जवाब दिए हैं.
स्वयंभू धर्मगुरु नित्यानंद फिर से सक्रिय हो गया है. पिछले महीने यूएन में अपने तथाकथित देश कैलासा के प्रतिनिधि भेजने के बाद वह चर्चा में आ गया था. अब उसने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए एक ट्वीट कर नई चर्चा शुरू कर दी है. उसने अपने ट्वीट में जिनपिंग को तीसरी बार राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी है.
कैलासा वाला नित्यानंद चर्चा में बना हुआ है. उस पर भारत में दुष्कर्म और अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं. वो 2019 में भारत से भाग गया था. भारत से भागकर उसने कैलासा नाम से अपना अलग देश बनाने का दावा किया. नित्यानंद पर कब-कब केस दर्ज हुए? उस पर क्या-क्या आरोप हैं? जानें...
भारत से भागकर अपना तथाकथित अलग देश 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा' बसाने वाला नित्यानंद इन दिनों लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. उसकी तरफ से कई तरह के फर्जी दावे किए जा रहे हैं.
दुष्कर्म का आरोपी और भगोड़ा नित्यानंद और उसका काल्पनिक देश कैलासा चर्चा में बना हुआ है. वह तथाकथित देश कैलासा की नागरिकता बांट रहा है. नित्यानंद पहला ऐसा शख्स नहीं है, जिसने इस तरह से अलग राज्य बनाने का दावा किया है, इससे पहले भी कई लोग अपना अलग देश बनाने का दावा करते हैं...आईए जानते हैं ऐसे ही 5 लोगों के बारे में, जिन्होंने अपने अलग देश का दावा किया है.
आध्यात्मिक गुरु ओशो ने अमेरिका के ओरेगॉन में एक शहर की स्थापना कर ली थी. अमेरिका के हजारों लोग ओशो से प्रभावित होकर उनके शिष्य बन गए थे. वो ओशो के लिए अपना घर छोड़कर आ गए और उनके बनाए आश्रम में रहने लगे थे. हालांकि, जल्द ही अमेरिकी सरकार को आश्रम की गैर-कानूनी गतिविधियों की खबर लग गई और ओशो को देश से निकाल दिया गया.
अमेरिकी शहर नेवार्क ने भारतीय भगोड़े नित्यानंद द्वारा बनाए गए तथाकथित 'संयुक्त राज्य अमेरिका कैलासा' के साथ एक सिस्टर सिटी एग्रीमेंट को रद्द कर दिया है. नेवार्क की प्रेस सचिव सुजैन गैरोफलो ने एग्रीमेंट करने पर अफसोस भी जाहिर किया.
दुष्कर्म का आरोपी और भगोड़ा नित्यानंद और उसका काल्पनिक देश कैलासा चर्चा में बना हुआ है. इसकी वजह ये है कि संयुक्त राष्ट्र की एक सभा में कथित कैलासा की प्रतिनिधि पहुंच गई. नित्यानंद 2019 में भारत से भाग गया था. उसने अपना देश कैलासा बनाने का दावा किया था. कैलासा को लेकर उसने कई सारे दावे किए हैं. जानें क्या हैं वो दावे?
कैलासा की ओर से बयान जारी करने वाली नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया ने कहा कि उनके गुरु नित्यानंद को उनकी जन्मभूमि में हिंदू विरोधी तत्वों द्वारा परेशान किया जा रहा है. उन्होंने भारत सरकार से ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.