सतीश शाह (Satish Ravilal Shah) भारतीय फिल्म और टीवी जगत के लोकप्रिय अभिनेता और कॉमेडियन थे. ‘सराभाई vs सराभाई’ (2004) इंद्रवदन सराभाई का उनका कॉमिक अंदाज आज भी लोगों की पसंदीदा यादों में बसा है. उनका 25 अक्टूबर 2025 को मुंबई में निधन हो गया. 74 वर्षीय सतीश शाह लंबे समय से किडनी से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे.
25 जून 1951 को जन्मे सतीश शाह ने अपने करियर की शुरुआत 1978 में फिल्म अरविंद देसाई की 'अजीब दास्तान' से की थी. उन्हें सबसे अधिक लोकप्रियता मिली 1983 की कल्ट कॉमेडी 'जाने भी दो यारों' में म्युनिसिपल कमिश्नर डी’मेलो के किरदार से
2000 के दशक में भी सतीश शाह ने अपनी कॉमिक टाइमिंग को बरकरार रखा. उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में कल हो ना हो (2003), मैं हूं ना (2004), फना (2006), ओम शांति ओम (2007) शामिल है.
वे रियलिटी शो में जज भी रहे. 2008 में उन्होंने अर्चना पूरन सिंह के साथ 'कॉमेडी सर्कस' में जज की भूमिका निभाई. 2015 में उन्हें फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) की सोसाइटी का सदस्य नियुक्त किया गया.
सतीश शाह मूल रूप से कच्छी गुजराती परिवार से ताल्लुक रखते थे. उन्होंने मुंबई के जेवियर कॉलेज और बाद में FTII से शिक्षा प्राप्त की.
1982 में उन्होंने डिजाइनर मधु शाह से शादी की थी.
2020 में कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद वे पूरी तरह स्वस्थ हुए थे, लेकिन बाद के वर्षों में स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ती गईं.
एक्टर अनुपम खेर दिवंगत सतीश शाह की पत्नी से मिलने पहुंचे, जहां वो काफी इमोशनल हो गए. एक्टर ने ये भी बताया कि सतीश शाह की पत्नी को भूलने की बीमारी है, जिसे उन्होंने मुलाकात के दौरान नोटिस किया.
एक्टर सतीश शाह अब हमारे बीच नहीं रहे. कुछ दिनों पहले उनका निधन हुआ. उनके अंतिम संस्कार में रत्ना पाठक शाह भी आई थीं. एक्ट्रेस बताती हैं कि सतीश शाह की पत्नी ने उनसे अंतिम संस्कार के दौरान कुछ कहा जिससे उनका दिल टूट गया.