सचिन यादव (Sachin Yadav) भारत के उभरते हुए भाला फेंक एथलीट हैं. उन्होंने 2025 वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया, जहां वे पदक से बस एक कदम दूर रहते हुए चौथे स्थान पर रहे. इसके अलावा 2025 एशियाई चैंपियनशिप में उन्होंने रजत पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया.
उत्तर प्रदेश के खेकरा गांव से ताल्लुक रखने वाले सचिन यादव की शुरुआती रुचि क्रिकेट में थी. एक स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान उनके पड़ोसी और एथलीट संदीप यादव ने सचिन के मजबूत कंधों को देखकर उनकी एथलेटिक क्षमता को पहचाना और उन्हें भाला फेंक की ओर मार्गदर्शन किया. 19 साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट छोड़कर भाला फेंक को अपनाया.
उत्तर प्रदेश पुलिस का प्रतिनिधित्व करते हुए सचिन ने ऑल इंडिया पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 84.21 मीटर का भाला फेंककर 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता. इसके बाद इंडियन ग्रां प्री 3 में 82.69 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया. नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने 79.80 मीटर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक हासिल किया.
12 फरवरी को 38वें नेशनल गेम्स (देहरादून) में सचिन ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ 84.39 मीटर का थ्रो किया और स्वर्ण पदक के साथ मीट रिकॉर्ड भी कायम किया.
इसके बाद गुमी (दक्षिण कोरिया) में आयोजित 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने 85.16 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता. यह स्वर्ण पदक उन्हें बस 1.24 मीटर से चूक गया, जो ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम ने जीता.
टोक्यों में जारी वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में भारत के भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव ने नीरज चोपड़ा को पछाड़ा.
सचिन यादव पहले एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन एथलीट संदीप यादव ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें भाला फेंकने की सलाह दी. सचिन उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से ताल्लुक रखते हैं.
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारत के सचिन यादव पदक तो नहीं जीत सके, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरीं. सचिन चौथे नंबर पर रहे और पदक पाने से कुछ सेमी दूर रहे.
Neeraj Chopra vs Arshad Nadeem, Javelin Throw: नीरज चोपड़ा वर्ल्ड चैम्पियनशिप में कुछ खास नहीं कर पाए. नीरज आठवें स्थान पर रहे. वहीं सचिन यादव चौथे नंबर पर रहे.