नीमच
नीमच (Neemauch) मध्य प्रदेश राज्य (Madhya Pradesh) का एक जिला है और मालवा क्षेत्र का एक शहर भी है. नीमच एमपी के उत्तर पश्चिमी भाग में स्थित है. यह जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है. यह जिला शहर राजस्थान राज्य के साथ अपनी उत्तर-पश्चिमी सीमा साझा करता है. इसे प्रकृति और शांति का शहर भी कहा गया है (Neemauch Geographic Location). इसका क्षेत्रफल 4,256 वर्ग किलोमीटर है (Neemauch Area). नीमच जिले में 1 संसदीय क्षेत्र और 3 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं (Neemauch Assembly constituency)
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक नीमच की जनसंख्या (Neemauch Population) 8.26 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 194 लोग रहते हैं (Neemauch Density). यहां का लिंग अनुपात (Neemauch Sex Ratio) 954 है. इसकी 70.80 फीसदी जनसंख्या साक्षर है (Neemauch literacy).
नीमच जिला उज्जैन डिविजन का हिस्सा है (Ujjain Division). यह पश्चिम और उत्तर में राजस्थान और पूर्व और दक्षिण में मंदसौर जिले की सीमा से लगता है. इसे 30 जून 1998 को मंदसौर जिले से अलग कर दिया गया था. शहर को तीन मुख्य भागों में बांटा गया है: नीमच शहर, छावनी और बघाना (Neemauch dividen into Three Parts).
छावनी पुस्तक बाजार, दशहरा मैदान, सत्य पथ, तिलक मार्ग, बुद्ध गोपाल स्ट्रीट, बोहरा गली, रवींद्रनाथ टैगोर मार्ग और सब्जी बाजार, बस स्टैंड, लकड़ी बाजार, अंबेडकर रोड और नसीराबाद-महू राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या की मेजबानी करने वाला मुख्य वाणिज्यिक क्षेत्र है (Neemauch important places). बघाना अपनी 'अनाज मंडी' के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है (Baghana Anaj Mandi)
शहर अजमेर में स्थित एक महल मूल रूप से मालवा के क्षेत्र का एक हिस्सा था. मेवाड़ के राजा ने अपने कर्ज का भुगतान करने के लिए राणा को 1768 में दिया गया था. उसके बाद, 1794, 1844 और 1965 में छोटी अवधि को छोड़कर, यह ग्वालियर रियासत की ब्रिटिश छावनी बन गई. नीमच छावनी ने 1857 के भारतीय विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसका केंद्र मालवा था. अंग्रेजों को बाहर खदेड़ने के बाद नीमच हमेशा तरक्की और सफलता की सीढ़ियां चढ़ता रहा है (Neemauch History).
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) 2023 के नतीजों में, नीमच की पूजा जाट ने 7वां स्थान हासिल कर DSP का पद पाया है. बेहद गरीब किसान परिवार से निकली पूजा को समाज की बंदिशों का सामना करना पड़ा. उनके बड़े भाई, आनंद जाट ने खुद न पढ़कर, खेती और कर्ज़ से हर साल 1.5 लाख रुपये अलग रखकर पूजा की पढ़ाई का खर्च उठाया. पांचवे प्रयास में मिली यह सफलता उनके भाई के त्याग और उनके जज़्बे की कहानी है.
नीमच एसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते थे, क्योंकि इससे पुलिस जानकारी निकाल लेती है. इसलिए वे वॉकी-टॉकी का सहारा लेते थे.
गहरे पानी का डर ऐसा कि स्कूल जब बच्चों को दाखिला देने से मना करता है, तो मां-बाप बाकायदा स्टांप पेपर पर शपथ पत्र देकर अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं कि बीच नदी में कुछ हुआ तो जिम्मेदारी अभिभावकों की होगी.
MP के नीमच दौरे पर पहुंचे CM मोहन यादव अचानक अपना काफिला रुकवाकर एक छोटी-सी दुकान पर रुके और लस्सी पी. सीएम ने न केवल लस्सी और कचौरी की तारीफ की, बल्कि 500 रुपए का नोट देकर बाकी राशि अपने पास रखने को कहा.
MP News: 10 किलोमीटर पैदल और 8 किलोमीटर बस का सफर तय करने के बाद कलेक्टर कार्यालय न्याय की गुहार लेकर पहुंचे 70 साल के बुजुर्ग को एसडीएम को पीड़ा सुनाना महंगा पड़ गया. इसका परिणाम यह हुआ कि कैंट थाने से दो पुलिसकर्मी आए और बुजुर्ग को जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर थाने पर ले आए.
किसान का कहना है कि जिला प्रशासन से यह मांग इसलिए की गई, क्योंकि अगर दबंगों से रास्ता नहीं दिलवा सकते तो एक हेलिकॉप्टर ही दिलवा दो. ताकि खेत तक आना-जाना हो सके.
MP News: दाता पंचायत की सरपंच कैलाशी बाई कछावा ने 500 रुपये के स्टांप पेपर के जरिए एग्रीमेंट लेटर पर हस्ताक्षर करके सुरेश गरासिया नामक व्यक्ति को अपने अधिकार और कर्तव्य सौंप दिए थे.
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में महिला सरपंच कैलाशीबाई कछावा को प्रशासन ने हटा दिया है. आरोप था कि उन्होंने ₹500 के स्टांप पेपर पर एक समझौता कर अपने अधिकार और जिम्मेदारियां गांव के ही सुरेश गरासिया को सौंप दी थीं. जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की.
एएसपी ने बताया कि अधिकारी को बचा लिया गया है और एक महिला समेत सभी 13 अपहरणकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. अब अपराध के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
MP News: कान्हा नेशनल पार्क से 18 नर और 10 मादा चीतल लाए गए और उन्हें गांधीसागर के बाड़े वाले क्षेत्र में छोड़ा गया. इसके साथ ही अब तक गांधीसागर में 434 चित्तीदार हिरण छोड़े जा चुके हैं, जिनमें 120 नर और 314 मादा हैं.
मध्य प्रदेश के नीमच जिले का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें सिंगोली नगर परिषद के सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन कार्यक्रम में लोग महिला डांसरों को बुलाकर अश्लील गाने पर डांस कर रहे हैं. जबकि कुछ लोग महिला डांसर के सिर पर पानी उड़ेल रहे हैं.
Teachers' Day 2024: स्कूल ड्रेस कोड भी बहुत सुंदर और आकर्षक है. इस स्कूल में हाउस कांसेप्ट भी है मतलब हाउस ड्रेस, हाउस एक्टिविटी. सभी बच्चों के पास डिजिटल आई कार्ड उपलब्ध हैं. स्कूल में होमवर्क डायरी का पैटर्न भी है.
एमपी के नीमच में एक शख्स ने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया. उसने भ्रष्टाचार के मामले में एक गांव के सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अपने गले में दस्तावेजों की एक माला लटकाकर सड़क पर लोटकर प्रदर्शन किया.
वीडियो में प्रजापत जिला कलेक्टरेट के परिसर के अंदर सड़क पर कागजों की एक माला लटकाए हुए दिखाई दे रहा है. उसका दावा है कि ये कागज उसके पैतृक गांव कांकरिया के सरपंच के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं.
मध्य प्रदेश के नीमच में भ्रष्टाचार के खिलाफ़ एक आम आदमी मुकेश प्रजापति ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने सिर पर चप्पल रखकर न्याय की गुहार लगाई. प्रजापति का आरोप है कि ग्राम पंचायत से जिला स्तर तक अधिकारियों ने साठगांठ करके भ्रष्टाचार किया है. उन्होंने कहा कि शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. देखें VIDEO
मध्य प्रदेश में जहां भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग करता एक आम आदमी है. शिकायतों का एक हजार पन्नों का पुलिंदा है. आरोपों की जांच के नाम पर झूठे आश्वासन का दावा है. और इसीलिए दावा ये भी कि रेंगने को, घिसटने को एक आम आदमी को मजबूर कर दिया गया.
नीमच में सुबह बड़ा हादसा हो गया. जहां एक ट्रक ने पिकअप और पुलिस वाहन में टक्कर मार दिया. जिससे पिकअप में सवार दो लोगों और पुलिस के ट्राइवर की मौत हो गई. फिलहाल ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
Road Accident: पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी लोग पास की फैक्टरियों में मजदूरी करते थे और वे अपने एक रिश्तेदार से मिलने मध्य प्रदेश के नीमच जा रहे थे.
Crime News: खून से लथपथ युवती तड़पती रही. इसी दौरान सिरफिरा युवक खड़े होकर चिल्लाता रहा, 'प्यार करके धोखा देती है... हमारा पैसा खाती हैं... इसने मुझको प्यार करके छोड़ दिया... कितने बॉयफ्रेंड हैं तेरे अयान, रियान, आजाद, हर्षित.''
MP News: पति ने बताया कि पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई और वह उसे रिक्शा में जिला अस्पताल ले गए. लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने उनसे अपनी पत्नी को उदयपुर (राजस्थान) ले जाने को कह दिया.
जिला कलेक्टर ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. बच्ची के पिता दिनेश सिलावट राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार इलाके के रहने वाले हैं. वह कंबल बेचकर अपना गुजारा करते हैं. वह कुछ दिनों से नीमच के मालखेड़ा गांव में रह रहे हैं.