मनसा देवी मंदिर (Mansa Devi Mandir) हरियाणा राज्य के पंचकूला जिले में स्थित है, जो चंडीगढ़ से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर है. यह मंदिर शिवालिक पर्वत श्रृंखला की एक छोटी पहाड़ी पर स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए रोपवे, सीढ़ियां और रास्ता, तीनों विकल्प उपलब्ध हैं.
देवी मनसा को नागों की देवी कहा जाता है और वे शिवजी की मानस पुत्री मानी जाती हैं. उनकी पूजा विशेष रूप से सर्पदंश से रक्षा, संतान प्राप्ति और मनोकामना पूर्ति के लिए की जाती है. मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मनसा देवी के चरणों में प्रार्थना करता है, उसकी हर इच्छा पूरी होती है.
मनसा देवी मंदिर भारत के प्रमुख शक्ति पीठों में से एक है. यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है.
चैत्र और अश्विन में नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं. विशेष पूजा और भंडारे का आयोजन होता है. सावन के दिनों श्रद्धालु मन्नत के धागे बांधते हैं और पूर्ण होने पर दुबारा आकर उन्हें खोलते हैं.
सावन के महीने में हर की पैड़ी से लेकर चंडी देवी और मनसा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. संभावना ये भी होती है कि अगर रविवार या शनिवार है तो छुट्टी के मद्देनज़र श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ सकती है. ऐसे में मंदिर कमेटी, वन विभाग और पुलिस ने समय रहते भीड़ का अंदाज़ा क्यों नहीं लगाया?
सावन के पवित्र महीने में हरिद्वार के श्री मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ. इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है.
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में आज हुए हादसे में छह लोगों की जान चली गई. यहां भारी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई थी. इस दर्दनाक हादसे में उत्तर प्रदेश के चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई. आज रविवार सुबह मंदिर में दर्शन के दौरान यह हादसा हुआ. प्रशासन अब पूरे मामले की जांच में जुटा है.
पौराणिक आख्यानों पर ध्यान दें तो देवी मनसा का जिक्र शिवपुत्री के तौर पर आता है. बिहार के मैथिल क्षेत्र, भागलपुर, मधुबनी आदि इलाकों में सावन महीने के दौरान देवी मनसा की पूजा होती है और बंगाल से लेकर बिहार और आसाम तक देवी मनसा की कथाएं प्रचलित हैं. नागपंचमी के मौके पर तो इन तीनों ही प्रदेशों में मनसा मां की विशेष पूजा होती है, जिन्हें विषहरी देवी, बारी माता, और पश्चिम बंगाल बिषोहोरि कहा जाता है.
हरिद्वार के मनसा देवी में मंदिर की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर यह भगदड़ हुई है और प्रशासन का कहना है कि फिलहाल स्थिति काबू में है. हाल के दिनों में धार्मिक स्थलों पर हुए भगदड़ की घटनाओं में कई लोगों के जान गंवानी पड़ी है.
Mansa Devi Mandir: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह भगदड़ मच गई, जिसमें 6 लोगों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. जानते हैं कि मनसा देवी मंदिर की मान्यता क्या है और इस मंदिर का महत्व क्या है.
उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मच गई. जिससे 6 लोगों की मौत हो गई. जबकि कई अन्य घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 6 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं. हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और राहत-बचाव का कार्य शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि ये हादसा सीढ़ियों में करंट उतरने की वजह से हुआ है. हालांकि, गढ़वाल के डीसी ने करंट वाली बात को खारिज कर दिया है.