मंगल पांडेय (Mangal Pandey) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्य हैं, जो बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं (Health Minister of Bihar). बिहार चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. नीतीश कुमार की सरकार में वे कैबिनेट मंत्री बने.
वह 2013 से 2017 तक बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. पांडे, 7 मई 2012 से विधान परिषद के सदस्य हैं (Mangal Pandey MLC).
मंगल पांडेय का जन्म 31 दिसंबर 1972 को बिहार के सीवान जिले के महाराजगंज के भिरगु बलिया गांव में एक किसान परिवार में हुआ था (Mangal Pandey Age). वह अवधेश पांडेय और प्रेमलता पांडेय के दो बेटों में से बड़े हैं. पांडे ने अपनी माध्यमिक शिक्षा महाराजगंज, सीवान से और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा देवी दयाल हाई स्कूल से पूरी की (Mangal Pandey Education). उन्होंने 19 अप्रैल 1998 को उर्मिला से शादी की (Mangal Pandey Wife). उनका बेटा हर्ष कुमार पांडेय नई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल में पढ़ता है (Mangal Pandey Son).
1992 में, पांडे को भाजपा की सीवान इकाई का कार्यकारी समिति सदस्य चुना गया. उन्हें 1994 में भारतीय जनता युवा मोर्चा (Bartiya Janta Yuva Morcha) राज्य कार्य समिति में शामिल किया गया था. वह 1997-98 के दौरान एलके आडवाणी की स्वर्ण जयंती रथ यात्रा के सह प्रभारी थे. 2000 में उन्हें भाजयुमो का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. 2005 में, उन्हें प्रदेश महासचिव, भाजपा बनाया गया इस पद के लिए वह 2006, 2008 और 2010 में भी चुने गए.
पांडेय को 18 जनवरी 2013 को बिहार की पार्टी इकाई के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी. 2014 के आम चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की और बिहार में एनडीए ने 40 में से 31 सीटों पर जीत हासिल की (Mangal Pandey Political Career).
मंगल पांडे ने कहा कि बीस साल पहले जहाँ सीवान था, आज उससे काफी आगे है. तब बिजली कम थी, सड़कें खराब थीं और शौचालय की कमी थी. गरीबों के पास अनाज नहीं होता था. लेकिन अब नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार और देश में विकास हुआ है.
पटना में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के सरकारी आवास का जन स्वराज कार्यकर्ताओं ने घेराव किया. बिहार में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं और मुजफ्फरपुर की एक रेप पीड़िता के इलाज में लापरवाही को लेकर यह प्रदर्शन किया गया, जिसमें पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि वो इस्तीफा दें.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने यह भी कहा की 2027 तक तो फाइलेरिया को मुक्त बनाने का लक्ष्य है ही. साथ ही फाइलेरिया के अंदर आने वाली हाइड्रोसील की बीमारी को भी 2025 के फरवरी तक खत्म करने की हमारी तैयारी चल रही है.
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