झेलम (Jhelum River) भारत का एक प्रमुख नदी है. यह नदी भारत और पाकिस्तान दोनों में महत्वपूर्ण भौगोलिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है. ऋग्वेद और अन्य प्राचीन ग्रंथों में झेलम नदी का "वितस्ता" नाम से उल्लेखित है. झेलम नदी का जम्मू और कश्मीर में स्थित है. यह नदी अनंतनाग जिले में स्थित "वेरिनाग" से निकलती है. झेलम नदी की कुल लंबाई लगभग 725 किलोमीटर है.
यह नदी जम्मू-कश्मीर से बहती हुई पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में प्रवेश करती है और चनाब नदी में मिल जाती है.
झेलम कश्मीर घाटी में कृषि के लिए पानी का मुख्य स्रोत है. यह नदी कई जलविद्युत परियोजनाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है, जैसे कि उड़ी और मंगल डैम.
झेलम नदी का हिंदू, बौद्ध, और इस्लाम धर्मों में भी काफी महत्व है. यह नदी कश्मीर की संस्कृति का हिस्सा रही है.
दिल्ली के कई इलाकों में यमुना के पानी ने अपनी जगह बना ली है. सिविल लाइन्स इलाके में सड़कों पर पानी बह रहा है. दिल्ली सचिवालय तक यमुना का पानी पहुंच गया है. जम्मू कश्मीर में झेलम में आए उफान का असर एनएच 44 पर पड़ा है, जहां सड़कें टूट गई हैं और करीब 3000 ट्रक फंसे हुए हैं.
कश्मीर में बाढ़ के हालात भले ही टल गए हों, लेकिन इसका असर अभी भी लोगों को झेलना पड़ रहा है. जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय हाईवे पिछले एक हफ्ते से बंद है, जिससे कश्मीर में तैयार फल देश के बाजारों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. किसानों ने प्रशासन से वैकल्पिक रास्ते की मांग की है ताकि वे अपने फल देश के अलग-अलग बाजारों तक पहुंचा सकें.
कश्मीर में बाढ़ की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है, हालांकि मौसम में सुधार देखा जा रहा है. श्रीनगर के कुछ इलाकों में पानी घुस गया है और झेलम नदी में एक ब्रीच की घटना सामने आई है. प्रशासन ने बताया है कि देर रात हुई वाटर लीकेज के बाद सभी संबंधित इकाइयों को अलर्ट कर दिया गया था.
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. श्रीनगर के बाहरी इलाकों में दूध गंगा नाले का जलस्तर 11 साल बाद 2014 के विनाशकारी सैलाब के स्तर पर पहुंच गया है. झेलम नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दक्षिणी कश्मीर में कई जगह बादल फटने से बाढ़ की घोषणा कर दी गई है.
जम्मू-कश्मीर में मंगलवार शाम से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. शोपियां में फ्लैश फ्लड के कारण एक पुल बह गया. श्रीनगर के बाहरी इलाके में दूध गंगा नाले का जलस्तर आज से 11 साल पहले 2014 में आए विनाशकारी सैलाब के स्तर पर पहुंच गया है, जब पूरा श्रीनगर पानी में डूब गया था.
Jammu में बारिश ने 52 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, झेलम नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
श्रीनगर की झेलम नदी लगभग कुछ सालों पहले घाटी का असल कशिश थी. उसके किनारे बसे मोहल्ले, लकड़ी के पुल और हाउसबोट, सब मिलकर कश्मीर को पिक्चर-परफेक्ट बनाते. लेकिन अब मंजर बदल चुका है. झेलम में कितनी ही हाउसबोट्स हैं, जहां मेहमानखाने में लंबे समय से मेहमान ठहरे ही नहीं. पानी किनारे बसे और उसी पर गुजारा करने वाले इस समुदाय के कई दर्द हैं, जिनपर aajtak.in ने बात की.
कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पिछले 12 दिनों से पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है, जिसका भारत मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. तनावपूर्ण माहौल के बीच, देश भर में कल 244 जिलों में होने वाली व्यापक मॉक ड्रिल से एक दिन पहले आज श्रीनगर में झेलम नदी पर एनडीआरएफ और राज्य बचाव दलों ने विशेष जल बचाव अभ्यास किया.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तनाव बना हुआ है, जिसके चलते पाकिस्तान से संभावित कार्रवाई से निपटने के लिए पिछले 10 दिनों से सीमावर्ती इलाकों में मॉक ड्रिल जारी है. श्रीनगर में झेलम नदी में SDRF और NDRF जैसी टीमें बचाव अभ्यास कर रही हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में जान बचाई जा सके.
पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान डरा हुआ है. पहलगाम में आतंकियों ने कई पर्यटकों को निशाना बना कर उनकी हत्या कर दी थी. इसके बाद भारत ने तुरंत एक्शन लेते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए. इन फैसलों में सबसे अहम था सिंधु जल समझौता. पाकिस्तान को भारत की नदियों से जाने वाले पानी पर भारत ने रोक लगा दी. देखें...
पाकिस्तान ने PoK में आई बाढ़ के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन क्या ये सच्चाई है? असल में, पाकिस्तान ने खुद 18 अप्रैल को बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी थी, जबकि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमला हुआ था. पूरा सच जानने के लिए वीडियो देखें