सिंधु नदी प्रणाली- इंडस, झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलुज, हिमालय से निकल‑कर भारत‑पाकिस्तान के करोड़ों लोगों की जीवनरेखा है. 19 सितंबर 1960 को विश्व बैंक की मध्यस्थता में हस्ताक्षरित सिंधु जल समझौता (Indus Waters Treaty, IWT) ने इन नदियों के जल‑विनियोजन को अंतर‑राष्ट्रीय कानून का रूप दिया. समझौते ने लगभग 65 वर्षों से दोनों परमाणु‑संपन्न पड़ोसियों के बीच “जल‑युद्ध” रोकने का काम किया है, परंतु कुछ घटनाक्रम ने इसकी स्थिरता पर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं.
22 अप्रैल 2025 को हुए कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पहली बार IWT को स्थगित करने की घोषणा की, पाकिस्तानी राजनयिकों को तलब किया और ‘खून व पानी साथ‑साथ नहीं बह सकते’ की नीति दोहराई (Pahalgam Terror Attack).
पाकिस्तान का कृषि क्षेत्र गंभीर जल संकट का सामना कर रहा है. महत्वपूर्ण फसलों में 13 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई है. कपास का उत्पादन 30 प्रतिशत से अधिक, गेहूं में लगभग 9 प्रतिशत और मक्का में 15 प्रतिशत की गिरावट आई है. पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र की कुल हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2025 में पिछले वर्ष के 24.03 प्रतिशत से घटकर 23.54 प्रतिशत रह गई.
अप्रैल महीने में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान संग सिंधु जल समझौते पर रोक लगा दी है..इसके बाद पाकिस्तान के गला सूखने लगा है..आलम ये है कि पाकिस्तान ने अप्रैल से अब तक भारत सरकार को चार चिट्ठियां लिखी हैं.
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव पर बोलते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौतों के भविष्य पर टिप्पणी की थी. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा था कि सिंधु जल संधि स्थगित हो या नहीं, शिमला समझौता पहले ही खत्म हो चुका है.
डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच का विवाद खुलेआम हो गया है. दोनों एक-दूसरे पर सोशल मीडिया के जरिए निशाना साध रहे हैं. इतना ही नहीं एलन मस्क ने ट्रंप पर निजी हमले भी किए. मस्क ने ट्रंप से जोड़कर एपस्टीन फाइल्स का जिक्र भी कर दिया. देखें रणभूमि.
भारत ने सिंधु जल संधि को लेकर पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंक और समझौता एक साथ नहीं चल सकते. जल शक्ति मंत्रालय की सचिव ने पाकिस्तान को पत्र लिखकर संधि निलंबित करने का निर्णय सूचित किया. पाकिस्तान ने चार पत्र लिखकर संधि पर पुनर्विचार की गुहार लगाई है.
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के बाद 24 अप्रैल को जलशक्ति मंत्रालय की सचिव देवश्री मुखर्जी ने पाकिस्तान के जल मंत्रालय के सचिव सईद अली मुर्तजा को पत्र लिखकर साफ कर दिया था कि भारत में सीमापार आतंकवाद के जरिए पाकिस्तान आतंकी हमले करता है. भारत ने तकनीकी कारणों का भी हवाला देते हुए भारत सरकार का सिंधु जलसंधि को रद्द का फैसला बता दिया गया था.
बिलावल भुट्टो ने कहा कि 10 मई को घोषित संघर्षविराम महत्वपूर्ण तो है, लेकिन नाजुक भी है. यह एक अस्थायी संघर्षविराम है. अगर हमें इसे स्थायी बनाना है तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपनी भूमिका निभानी होगी, बिलावल ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान बातचीत को तैयार है, लेकिन भारत बातचीत से इनकार कर रहा है, जो स्थायी शांति के लिए बाधा है.
बेलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान चौतरफा मुसीबत में घिर गया है, सबसे बड़ी टेंशन पानी को लेकर है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने देश के सभी सूबों को पानी बचाने की योजना बनाने की अपील की है. उनकी तरफ से कहा गया, 'पानी की एक एक बूंद पाकिस्तानियों का अधिकार है,' और भारत को पानी रोकने पर जवाब देने की चेतावनी दी.
पाकिस्तान में पानी की गंभीर किल्लत हो रही है. सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों में पानी का स्तर कम हो रहा है. तर्बेला और मंगला डैम में पानी का स्तर घट रहा है. भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान के नेता विदेशी दौरों पर पानी की समस्या उठा रहे हैं। भारत ने कहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं चल सकते.
सिंधु जल के लिए पाकिस्तान विभिन्न देशों से गुहार लगा रहा है और भारत को चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र का पानी रोकने की धमकी दी जा रही है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया कि चीन यदि ब्रह्मपुत्र का पानी रोक भी दे तो भारत पर इसका कोई बुरा असर नहीं होगा क्योंकि नदी का अधिकांश प्रवाह भारत में ही उत्पन्न होता है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ फर्जी जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि हाल में जिस चार देशों में वो गए, ये देखकर खुश हुए कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान की जीत हुई. साथ ही प्रधानमंत्री ने सिंधु जल समझौते को लेकर गीदड़भभकी दी.
पाकिस्तान में सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों में जलस्तर घट रहा है, जिससे खरीफ फसलों की बुवाई के लिए संकट उत्पन्न हो गया है. पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया है कि 2 जून 2025 को पिछले वर्ष इसी दिन के मुकाबले पानी 10.3% कम आया, और सिंधु पर तरबैला व झेलम पर मंगला बांधों में भी जलस्तर कम है; अन्य दो बांधों में भी 50% पानी कम बताया गया है.
IRSA के प्रवक्ता खालिद इदरीस राणा ने कहा, 'भारत द्वारा चिनाब के जल प्रवाह में कमी से न केवल खरीफ फसलों, विशेष रूप से चावल पर खतरा मंडरा रहा है. पाकिस्तान कमीशनर फॉर इंडस वाटर्स (PCIW) को हर घंटे जल प्रवाह का डेटा मिलता है, जबकि IRSA को औसत (मीन) डेटा मिलता है. उनके अनुसार, चिनाब नदी में 29 मई को औसत जल प्रवाह 69,100 क्यूसेक और 30 मई को 78,000 क्यूसेक था जो 31 मई को अचानक गिरकर 22,700 क्यूसेक रह गया.
कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान, जो खुद इस संधि का उल्लंघन कर रहा है, उसे इसके लिए भारत पर दोषारोपण करने से बचना चाहिए.' इससे पहले शुक्रवार को इसी सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि उनका देश भारत को 'रेड लाइन' पार नहीं करने देगा और संधि को स्थगित कर करोड़ों लोगों की जिंदगी को राजनीतिक लाभ के लिए खतरे में नहीं डालने देगा.
सिंधु जल संधि को स्थगित करने के भारत के कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने इसे लक्ष्मण रेखा बताया और कहा कि इस्लामाबाद पानी से संबंधित मामलों पर कभी भी झुकेगा नहीं. मुनीर ने कहा कि पानी पाकिस्तान की रेड लाइन है और हम 240 मिलियन पाकिस्तानियों के इस बुनियादी अधिकार पर कोई समझौता नहीं होने देंगे.
पाकिस्तानी अभिनेत्री हिना बयास ने कराची के जिन्ना इंटरनेशनल एअरपोर्ट पर पानी की कमी का वीडियो साझा करते हुए इसे उजागर किया, जहाँ लोगों को वज़ू करने तक के लिए पानी उपलब्ध नहीं है. भारत द्वारा सिंधु जल बंटवारे के संदर्भ में की गई कार्रवाइयों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथन, जिसका एक अंश है "अभी तो मैंने कुछ ज्यादा किया नहीं है", के बाद पाकिस्तान में घबराहट है और उसका ध्यान कश्मीर से हटकर पानी के संकट पर आ गया है. देखें...
पाकिस्तान की ओर से सिंधु जल समझौते के संबंध में एक ताजा धमकी भारत को दी गई है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि "किसी भी कीमत पर भारत के मंसूबे पूरे नहीं होने देंगे." यह बयान सिंधु जल समझौते को लेकर पाकिस्तान के रुख को स्पष्ट करता है. यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की तरफ से ऐसी प्रतिक्रिया आई हो. देखें...
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने इजरायल और फिलीस्तीन के बीच विवाद की वजह से पैदा हुए गाजा जैसे संकट को भारत की ओर से सिंधु जल समझौते को स्थगित करने से जोड़ दिया. ऐसा करते हुए उन्होंने लोगों का ध्यान इस ओर नहीं दिलाया कि भारत ने आखिर 1960 से चले आ रहे सिंधु जल समझौते को स्थगित क्यों किया.
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बोथरास घली ने कहा था कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा. वर्तमान में भारत, पाकिस्तान और चीन के बीच नदियों के जल को लेकर तनाव बढ़ रहा है; भारत द्वारा सिंधु जल संधि स्थगित करने के बाद चीन ने भारत की ओर आने वाली नदियों का पानी रोकने की धमकी दी है, जिससे तीन परमाणु शक्तियों के बीच संघर्ष की आशंका है.
चीनी हाइड्रोलॉजिकल डेटा भारत की जल सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए काफी अहम है, खासकर ब्रह्मपुत्र और सतलुज जैसी ट्रांसबाउंड्री नदियों के बारे में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि ये चीन से ही आती हैं.
भारत ने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (AMCA) प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है, जिससे वह अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा विमान विकसित करने वाला चौथा देश बन जाएगा; इस कदम ने चीन और पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ा दी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधु जल समझौते के संदर्भ में कहा, 'अभी तो ये ट्रेलर है. पिक्चर बाकी है,' जिससे पाकिस्तान में हलचल है. देखें 'दस्तक'.