इंफाल पश्चिम
इंफाल पश्चिम (Imphal West) भारत के राज्य मणिपुर का एक जिला और शहर है और इस जिले का मुख्यालय लम्फेलपात है. इस जिले का क्षेत्रफल 519 वर्ग किलोमीटर है (Imphal West Geographical Area).
इंफाल पश्चिम जिले में कुल 13 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र हैं (Imphal West Assembly Constituency).
2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक इंफाल पश्चिम की जनसंख्या (Population) 5 लाख से ज्यादा है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 998 लोग रहते हैं (Density). इस जिले का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 1031 है. इसकी 86.08 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 92.24 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 80.17 फीसदी है (Imphal West literacy).
मणिपुर सरकार के आदेश के तहत 1997 में इम्फाल पश्चिम जिला के उप-मंडलों के सभी गांवों और कस्बों को स्थानांतरित करके इम्फाल पश्चिम I और इंफाल पश्चिम II बनाया गया था. इस जिले के निर्माण के साथ-साथ इंफाल पश्चिम I उप-मंडल को भी लमशांग उप-मंडल और पटसोई उप-मंडल में विभाजित किया गया जबकि इंफाल वेस्ट II सब-डिवीजन को एक ही अधिसूचना के तहत लम्फेलपत सब-डिवीजन और वांगोई सब-डिवीजन में विभाजित किया गया था. जिससे सब-डिवीजन की कुल संख्या चार हो गई (Imphal West I and II).
इस जिले का शास्त्रीय और लोक नृत्य देश भर में इसके संस्कृति को दर्शाता है. यह जिला अपनी कलात्मकता और रचनात्मकता के लिए भी प्रस्द्ध है. यह स्थान हस्तशिल्प उत्पादन के लिए भी जाना जाता है जैसे बांस शिल्प, गुड़िया और सजावटी सामान प्रमुख हैं (Imphal West Handicraft).
इंफाल के रिम्स अस्पताल में महिला की मौत के बाद परिवार और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला कर दिया गया. अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ के बाद टीएएमओए ने सभी ओपीडी, आपातकालीन और नियमित सेवाओं को निलंबित कर दिया.
गिरफ्तार उग्रवादियों पर जबरन वसूली करने, गोलीबारी करने, अपहरण में शामिल होने और अवैध हथियार रखने के आरोप हैं. उनके पास से एक 9 एमएम पिस्तौल, एक भरी हुई मैगजीन और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है.
Raja And Sonam Raghuvanshi Family Business: इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में नाम आने के बाद उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी सुर्खियों में है. वो एक बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखती है और परिवार प्लाईवुड कंपनी चलाताहै. तो राजा के परिवार का भी इंदौर में बड़ा कारोबार है.
मणिपुर में शनिवार रात को मैतेई संगठन अरंबाई टेंगोल के नेता कानन सिंह समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद कुछ इलाकों में हिंसा भड़क गई. प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर आगजनी की, बसों को फूंक दिया और जमकर तोड़फोड़ की.
मणिपुर में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. इम्फाल से सामने आईं ड्रोन तस्वीरों में बारिश से तबाही दिख रही है. घर, दुकान और बाजार पानी में डूबे हुए हैं. देखें वीडियो.
भारी बारिश और बाढ़ से मणिपुर में हाल बेहाल है. पिछले चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है. यहां दूर-दूर तक सिर्फ पानी ही पानी है. घर, दुकान, बाजार सब पानी में डूबे हैं. इंफाल की जिन सड़कों पर कभी गाड़ियां दौड़ती थीं, वहां नाव चलाने की नौबत आ गई है. देखें ये ग्राउंड रिपोर्ट.
पूर्वोत्तर राज्यों असम, मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में लगातार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से 30 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हैं. मणिपुर में मानसून ने भारी तबाही मचाई है, खासकर इम्फाल में जहां सड़कें जलमग्न हैं, घर पानी में डूबे हैं और सेना राहत-बचाव कार्य में जुटी है. देखें वीडियो.
मणिपुर के विधायकों ने PM नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा है. इस पत्र में भारतीय जनता पार्टी के 14 विधायकों के नाम शामिल हैं, जिनमें से तीन पहले जेडीयू से चुने गए थे और बाद में बीजेपी में विलय हो गए थे. इसके साथ ही नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के 3, नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के 2 और 2 निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं. इसके अलावा इन विधायकों को 10 कुकी-जो विधायकों का भी समर्थन हासिल है.
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि यह अभियान लिलोंग, मिनुथोंग, क्वाक्ता, मयांग इंफाल, सोरा, कैरांग जैसे क्षेत्रों और इंफाल घाटी के अन्य क्षेत्रों पर केंद्रित होगा, जहां से बिना वैध वीजा या आईएलपी के अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और पाकिस्तानी नागरिकों की रिपोर्ट मिली है.
मणिपुर में करीब दो साल से संघर्ष देखने को मिल रहा है. हिंसा में 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. शनिवार को मैतेई और कुकी बहुल इलाकों में लोगों का फ्री मूवमेंट शुरू हुआ. पिछले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे लेकर विशेष निर्देश दिए थे.
मणिपुर बीजेपी इंचार्ज संबित पात्रा ने संभावित नामों के साथ मीटिंग की. बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती ऐसे व्यक्ति को चुनना है, जो सभी समुदायों को साथ लेकर चल सके.
पुलिस अफसर ने बताया कि उग्रवादियों ने जकुरादोर करोंग क्षेत्र में कुछ दुकानों में आग लगाई थी, उसी के बाद वहां दो बुजुर्गों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि पांच व्यक्तियों के लापता होने की सूचना मिली थी. इसी के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया था.
मणिपुर में कुकी उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले में सोमवार को जमकर बवाल किया है. सुबह पहले बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला किया. उसके बाद दोपहर में जकुराधोर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला कर दिया. सीआरपीएफ की जवाबी कार्रवाई में 11 कुकी उग्रवादी मारे गए हैं. वहीं, सीआरपीएफ के दो जवान भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. सुरक्षाबलों का कहना है कि उग्रवादियों के खात्मे के लिए नाकाबंदी कर दी गई है और अभियान चलाया जा रहा है.
मणिपुर में सालभर बाद भी शांति बहाली की उम्मीद पर पानी फिरता जा रहा है. एक सितंबर से मणिपुर की घाटी में हिंसक घटनाएं बढ़ गई हैं. हालात इस कदर भयावह हैं कि अब ड्रोन के जरिए बमबारी की जा रही है. रिहायशी इलाकों को टारगेट करने के लिए रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. इन घटनाओं के बाद मणिपुर पुलिस अलर्ट है और मामले की जांच एनआईए को सौंपे जाने की तैयारी कर रही है.
Manipur Violence: एक बार फिर मणिपुर हिंसा की आग में सुलग उठा है. राज्य के कई जिलों में बम से हमले हो रहे हैं. चिंता की बात ये है कि इस बार हमले में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. राजधानी इंफाल में ड्रोन अटैक से कई घर और वाहनों को नुकसान पहुंचा है. देखें ये रिपोर्ट.
कंगपोकपी जिले में कीथेलमैनबी और इंफाल पश्चिम में कोट्रुक के बीच का इलाका करीब 32 किलोमीटर लंबा है और पिछले साल मई में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से लगातार ये हमलों का केंद्र बिंदु रहा है. पुलिस के अनुसार, आतंकवादियों ने रविवार को वहां हमला किया.
कोत्रुक गांव के पंचायत अध्यक्ष के अनुसार, सशस्त्र आतंकवादियों ने रविवार दोपहर करीब 2 बजे गोलीबारी शुरू की. उस समय गांव के वॉलेंटियर संवेदनशील इलाकों में नहीं थे. उग्रवादियों की भारी गोलाबारी से कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जब गोलीबारी और बमबारी शुरू हुई तो ग्रामीण अपने घरों में थे.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के कूकी-जो समुदाय के अलग प्रशासन की मांग को खारिज करने के बयान के बाद इम्फाल के बाहरी इलाके में हिंसा भड़क उठी. रविवार को एक महिला की मौत हो गई और कथित उग्रवादियों की गोलीबारी में कई घायल हो गए, जिसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.
इंफाल पश्चिम जिले में रविवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने गोलीबारी कर दी. इसमें एक महिला की मौत हो गई और उसकी आठ वर्षीय बेटी, एक पुलिस अधिकारी समेत चार अन्य घायल हो गए. मृतक महिला की पहचान 31 वर्षीय सुरबाला देवी के रूप में हुई है. महिला की बेटी और पुलिस अधिकारी एन रॉबर्ट (30) को रिम्स में भर्ती कराया गया है.
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान ओइनम मिलन सिंह (52), युमनाम रणबीर सिंह (51) और खैदेम धनबीर मीतेई (24) के रूप में हुई है. वे इंफाल और उसके आसपास जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल थे.
अधिकारियों के मुताबिक सैकड़ों महिलाओं ने सड़क अवरुद्ध कर दी और सेना के काफिले को क्षेत्र से बाहर जाने से रोक दिया. महिला प्रदर्शनकारियों ने सेना के जवानों से यह भी मांग की कि पिछले साल मई में शुरू हुआ संघर्ष खत्म होने तक कोई भी हथियार जब्त नहीं किया जाए.