इमजा ग्लेशियर (Imja Glacier) नेपाल के सोलुखुंबु जिले में स्थित एक हिमनद है, जो हिमालय पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है. यह ग्लेशियर माउंट एवरेस्ट के पास स्थित है और इमजा त्सो झील से जुड़ा हुआ है. यह क्षेत्र विश्व धरोहर स्थल "सगरमाथा राष्ट्रीय उद्यान" के अंतर्गत आता है.
इमजा ग्लेशियर लगभग 5000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह इमजा से (Imja Tse) या Island Peak के दक्षिण में फैला हुआ है. यह ग्लेशियर खारे खांग और ल्होत्से के पर्वतीय इलाकों से निकलने वाली बर्फ से बनता है.
पिछले कुछ दशकों में इमजा ग्लेशियर में लगातार पिघल रहा है. इसके कारण इमजा त्सो (Imja Tsho) नामक एक झील का निर्माण हुआ है, जो अब एक ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) यानी हिमझील विस्फोट बाढ़ का खतरा बन गई है. यदि झील फटती है, तो इससे नीचे की बस्तियों और जीवन पर भारी खतरा उत्पन्न हो सकता है.
इमजा ग्लेशियर वैज्ञानिकों के लिए जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बन गया है. यहां पर लगातार निगरानी और शोध किया जा रहा है ताकि ग्लेशियर के पिघलने की गति, झील की गहराई और बाढ़ के खतरे का पूर्वानुमान लगाया जा सके.
इमजा ग्लेशियर क्षेत्र ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के लिए भी प्रसिद्ध है. एवरेस्ट बेस कैंप के मार्ग पर आने वाले पर्यटक अक्सर इस ग्लेशियर के पास से गुजरते हैं. यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हिमालयी वातावरण के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है.
वैश्विक गर्मी की वजह से पूरे हिमालय के जल चक्र पर असर पड़ रहा है. जिससे नेपाल के ग्लेशियर, नदियां, बारिश, बर्फ की परतों का बुरा हाल हो रहा है. नेपाल में अगला जलवायु संकट 'जल संकट' है. इम्जा ग्लेशियर 30 सालों में पिघलकर 2 किलोमीटर लंबी झील में बदल गया है. यानी बुरी हालत होने वाली है.