एच -20
एच -20 पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (People's Liberation Army Air Force, China) का एक सबसोनिक स्टील्थ बॉम्बर डिजाइन है. इसे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एक रणनीतिक परियोजना के तहत डिजाइन किया है (Design of H 20 Stealth Bomber). इस बमवर्षक से चीन के एयरफोर्स की ताकत में और इजाफा हो सकता है. इस बमवर्षक का नाम है एच-20 स्टेल्थ बॉम्बर है.
एविएशन इंड्स्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना (AVIC) के चाइनीज फ्लाइट टेस्ट इस्टैब्लिशमेंट डिविजन के पार्टी चीफ जी हेपिंग ने कहा था कि एच-20 AVIC फ्लाइट टेस्ट सेंटर की स्थापना 1959 में की गई थी (Foundation of AVIC). तब से यह डिविजन मिलिट्री, कॉमर्शियल उड़ानों की जांच करता है. हवाई यात्रा और उड़ानों से संबंधित इंजन और अन्य उत्पादों की क्षमता और परफॉर्मेंस देखता है. एच-20 स्टेल्थ बॉम्बर (H-20 Stealth Bomber) अमेरिका के बी-2 बमवर्षक का चीनी वर्जन है. एच-20 स्टेल्थ बॉम्बर (H-20 Stealth Bomber) की उड़ान रेंज 8500 किलोमीटर है (Range of H 20 Stealth Bomber).
एक रणनीतिक बमवर्षक के विकास का खुलासा सितंबर 2016 में हुआ था. यह चीन को "द्वितीय द्वीप सीरीज के भीतर और बाहर अमेरिकी लक्ष्यों को मजबूती से सामना करने की क्षमता देगा, जिसमें प्रमुख अमेरिकी सैन्य ठिकानों को शामिल किया जा सकता है (H 20 Stealth Bomber).
चीन की सैन्य परेड में दिखे DF-41, JL-3 और हाइपरसोनिक मिसाइल जैसे हथियार अमेरिका तक पहुंच सकते हैं. ये मिसाइलें परमाणु हमला कर सकती हैं. ट्रंप परेड से नाराज हैं, क्योंकि इसे चीन, रूस और उत्तर कोरिया की साजिश मानते हैं. परेड में शी जिनपिंग ने अमेरिका की ऐतिहासिक भूमिका को नजरअंदाज किया, जिससे ट्रंप का गुस्सा भड़का.
अमेरिकी बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स ने 13,600 किलोग्राम के GBU-57A/B मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) बंकर बस्टर बम गिराए जो ब्लास्ट से पहले 200 फीट की मजबूत कंक्रीट को भी भेद सकते हैं. अमेरिका की तरफ से फोर्डो, नतांज और इस्फहान में परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया है.
चीन ने ऐसा डिवाइस बना लिया है, जिससे उसके फाइटर जेट दुश्मन के राडार में पूरी तरह से गायब हो जाएंगे. दुश्मन को समझ ही नहीं आएगा कि किस तरह का विमान आ रहा है. चीन दुश्मन को कन्फ्यूज करने की पूरी तैयारी कर चुका है. चीन की यह तकनीक अमेरिका की टेक्नोलॉजी से कहीं आगे है.