ग्लोबल टाइम्स (Global Times) चीन का प्रमुख समाचार पत्र है. यह अखबार 1993 में एक चीनी-भाषा साप्ताहिक प्रकाशन के रूप में स्थापित किया गया था. 20 अप्रैल 2009 को इसका अंग्रेजी-भाषा संस्करण लॉन्च किया गया था.
ग्लोबल टाइम्स के प्रधान संपादक दिसंबर 2021 तक हू ज़िजिन थे, जिन्हें चीनी सरकार और उसकी नीतियों की कथित आलोचना की जोरदार निंदा की गई थी. यह अखबार विभिन्न घटनाओं का स्रोत रहा है. यह चीनी राज्य मीडिया आउटलेट्स के व्यापक समूह का हिस्सा है.
ग्लोबल टाइम्स पर कई बार फेक न्यूज के आरोप भी लगे हैं,
चीन ने भारत को जीरो टैरिफ का लुभावना ऑफर बहुत पहले दिया है, RCEP इसका प्लेटफॉर्म है. लेकिन भारत इसे लेकर सतर्क है. भारत का चीन के साथ पहले से ही व्यापार घाटा बहुत ज्यादा है. 2024-25 वित्तीय वर्ष में भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा 99.2 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है. भारत को आशंका है कि RCEP में शामिल होने से देश में सस्ते चीनी सामानों की बाढ़ आ सकती है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है जिसे लेकर दोनों देशों में तनातनी की स्थिति बनी हुई है. इस बीच पीएम मोदी के चीन दौरे की खबर आ रही है. पीएम मोदी एससीओ की बैठक के लिए चीन जाएंगे जो द्विपक्षीय संबंधों में गर्माहट लाने का काम करेगा.
चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स लिखता है कि अमेरिका-भारत व्यापार संबंधों में आई नाटकीय गिरावट रूसी कच्चे की खरीद का मसला नहीं है. बल्कि यह एक आज्ञाकारी मित्र के बागी हो जाने का मसला है. ग्लोबल टाइम्स लिखता है कि अमेरिकी सिद्धातों के अनुसार, 'भारत एक 'महान मित्र' हो सकता है, लेकिन केवल तभी जब वह आज्ञाकारी रहे.'
भारत पर 50% US टैरिफ को लेकर चीनी मीडिया का ट्रंप प्रशासन पर हमला, बताया अमेरिकी दादागीरी का विरोध.
Pakistan के बाद अब Chinese Propaganda पर पाबंदी, ग्लोबल टाइम, Xinhua का एक्स अकाउंट ब्लॉक
चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स भारत के खिलाफ लगातार प्रोपेेगेंडा कर रहा था. पाकिस्तान के साथ लड़ाई के दौरान भी उसने कई ऐसी खबरें छापी. अब भारत सरकार ने उसके खिलाफ कदम उठाया है.
दूतावास ने आगे कहा, “#OperationSindoor के संदर्भ में कई पाकिस्तान समर्थक हैंडल आधारहीन दावे फैला रहे हैं, जो जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. जब मीडिया आउटलेट बिना स्रोतों की जांच किए ऐसी जानकारी साझा करते हैं, तो यह जिम्मेदारी और पत्रकारिता नैतिकता में गंभीर चूक को दर्शाता है.”
चीन की आधिकारिक मीडिया ने राज्य सुरक्षा मंत्रालय के लेख का हवाला देते हुए बताया कि रिसर्चर (शोध) संस्थान का इंजीनियर, जिसकी पहचान लियू के रूप में हुई है, विदेशी एजेंसियों को खुफिया जानकारी बेचने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किए षड्यंत्र के तहत काम कर रहा था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Lex Fridmnan के साथ बातचीत में भारत-चीन संबंधों पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि दो पड़ोसियों में मतभेद होते हैं लेकिन मतभेदों को विवाद में नहीं बदलना चाहिए. उनकी इस टिप्पणी से चीन काफी खुश है और उसके सरकारी अखबार ने भी पीएम मोदी की इस टिप्पणी की तारीफ की है.
नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली अगले महीने की शुरुआत में चीन दौरे पर जाने वाले हैं. उनके इस दौरे को लेकर भारत में काफी चर्चा है क्योंकि वो लंबे समय से चली आ रही वो परंपरा तोड़ रहे हैं जिसमें कोई भी नेपाली पीएम पद ग्रहण करने के बाद अपने पहले विदेश दौरे में भारत आता है. इसे लेकर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख प्रकाशित किया है.
चीन भारत की जासूसी के लिए पड़ोसी देशों में अक्सर अपने सैन्य जहाजों को तैनात करता रहा है. अब उसने बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर सैन्य बेड़ा तैनात किया है. इस जहाज को लेकर भारतीय मीडिया ने आशंका जताई तो चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स को मिर्ची लग गई है.
श्रीलंका में लेफ्ट पार्टी के नेता अनुरा कुमार दिसानायके नए राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं. इसे लेकर चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स बेहद खुश है. अखबार का कहना है कि क्षेत्र में भारत का प्रभाव कम हो रहा है.
चीन के ग्लोबल टाइम्स में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के खिलाफ जहर उगलता हुआ आर्टिकल छापा गया, जिसे कुछ देर बाद ही डिलीट भी कर दिया गया. हालांकि, कुछ ही देर में इस आर्टिकल पर आलोचनाएं शुरू हो गईं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा कि चीनी निवेश पर जांच कड़ी करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बहुत से देश सुरक्षा कारणों से ऐसा कर रहे हैं तो भारत को भी ऐसा करना चाहिए. विदेश मंत्री की इस टिप्पणी से चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स को मिर्ची लगी है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा कि चीनी निवेश पर जांच कड़ी करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बहुत से देश सुरक्षा कारणों से ऐसा कर रहे हैं तो भारत को भी ऐसा करना चाहिए. विदेश मंत्री की इस टिप्पणी से चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स को मिर्ची लगी है.
भारत की नौसेना में दूसरी परमाणु पनडुब्बी शामिल हो गई है. पनडुब्बी के शामिल होने से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत को रणनीतिक बढ़त मिल सकती है. वहीं, भारत की दूसरी परमाणु पनडुब्बी से चीन चिढ़ गया है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर हाल ही में चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मिले हैं. दोनों मंत्रियों ने बातचीत के दौरान सीमा विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने पर जोर दिया. अब इस मुलाकात पर चीन के सरकारी अखबार ने टिप्पणी की है.
धरती के माथे से पसीना निकल रहा है. पूरी ऊपरी हिस्सा यानी उत्तरी गोलार्ध गर्मी से झुलस रहा है. कोई ऐसा देश नहीं है, जहां पर जलवायु परिवर्तन की वजह से पारा बढ़ा न हो. इस गर्मी की वजह से चरम मौसमी आपदाएं हो रही है. गर्मी इतनी ज्यादा हो चुकी है कि कई देशों में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है.
एग्जिट पोल के नतीजों के बाद चीन के मुखपत्र में एक लेख छपा है. इसमें कहा गया है कि सर्वे से पता चल रहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में जीतने की संभावना है.
एग्जिट पोल के नतीजों के बाद चीन के मुखपत्र में एक लेख छपा है. इसमें कहा गया है कि सर्वे से पता चल रहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में जीतने की संभावना है.
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख प्रकाशित किया है जिसमें भारत-चीन के सांस्कृतिक आदान-प्रदान के इतिहास और वर्तमान का लेखा-जोखा है. लेख में ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि भारत खुद को विश्वगुरु मानता है और चीन को अपना छात्र जो कि गलत है. लेख में मोटे अनाजों की उत्पति पर भी टिप्पणी की गई है.