दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) आम आदमी पार्टी (AAP) के एक प्रमुख नेता हैं, जो संगठनात्मक रणनीति और चुनाव प्रबंधन के लिए जाने जाते हैं. आम आदमी पार्टी की स्थापना के बाद से वे पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं. 17 अप्रैल 2025 को दुर्गेश पाठक के घर सीबीआई (CBI) ने छापा मारा. यह कार्रवाई विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम से जुड़े मामले में हुई थी.
दुर्गेश पाठक का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वहीं से प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की. छात्र जीवन से ही वे सामाजिक कार्यों और राजनीति में रुचि रखने लगे थे.
दुर्गेश पाठक ने आम आदमी पार्टी के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. 2022 में, उन्होंने दिल्ली की राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. यह उपचुनाव इसलिए हुआ क्योंकि पूर्व विधायक राघव चड्ढा को राज्यसभा भेजा गया था. दुर्गेश पाठक की इस जीत को पार्टी की रणनीतिक सफलता के रूप में देखा गया.
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर जुबानी जंग छिड़ गई जब समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बीच 'DNA' को लेकर तीखी नोकझोंक हुई.
सीबीआई ने आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक के घर पर विदेशी चंदे के मामले में छापा मारा है. पाठक पर विदेशी चंदे के निजी इस्तेमाल का आरोप है. वहीं, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा की एसआईटी जांच शुरू हो गई है. पश्चिम बंगाल पुलिस के 9 अधिकारियों की टीम इस मामले की जांच करेगी. देखें ब्रेकिंग न्यूज.
सीबीआई का AAP नेता दुर्गेश पाठक के आवास पर एफसीआरए उल्लंघन मामले में छापेमारी खत्म हो गई. गुरुवार सुबह से ही छापेमारी की जा रही थी. इससे पहले, हाल में ही पाठक को 2027 गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का सह-प्रभारी बनाया गया था. AAP ने आरोप लगाया कि बीजेपी उनके राज्य में बढ़ते प्रभाव से डरी हुई है.