भारत में हर साल 14 नवंबर को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर बाल दिवस (Children's Day) के रूप में मनाया जाता है. जवाहरलाल नेहरू को बच्चे प्यार से 'चाचा नेहरू' कहते थे. प्रधानमंत्री के रूप में, नेहरू देश में ऐसा माहौल बनाना चाहते थे जहां बच्चों और उनके कल्याण पर लगातार ध्यान केंद्रित किया जाए. उन्होंने 1955 में 'चिल्ड्रन्स फिल्म सोसाइटी इंडिया' की भी स्थापना की थी ताकि भारतीय बच्चे खुद को प्रतिनिधित्व करते हुए देख सकें.
जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था. इस दिन पूरे भारत में बच्चों के लिए कई शैक्षिक और प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. स्कूल में बाल दिवस पर छात्रों के लिए खास आयोजन भी होता हैं.
लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि बाल दिवस केवल एक दिन या केवल भारत में ही नहीं मनाया जाता है. बल्कि इसे पूरे एक सप्ताह मनाया जाता है और दुनियाभर के कई देश इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं. 14 नवंबर से 20 नवंबर तक बाल दिवस मनाया जाता है. 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस (World Children's Day) के रूप में मनाया जाता है.
दुनियाभर में बाल दिवस मनाने का मकसद सभी देशों में बच्चों की बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और बेहतर भविष्य के लिए जागरूकता बढ़ाना है. यूनाइटेड नेशनंस जनरल असेंबली (UNGA) समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठन बच्चों के अधिकारों के लिए काम कर रहे हैं. यूनाइटेड नेशनंस इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स इमरजेंसी फंड (UNICEF) भी बाल विकास और कल्याण की दिशा में काम कर रहा है.
Children’s Day 2025: सही पोषण से बच्चों का दिमाग तेज होता है और वे स्वस्थ रहते हैं. इन देसी सुपरफूड्स को उनकी डाइट में शामिल करके आप न केवल उनकी याददाश्त और ब्रेन पावर बढ़ा सकते हैं.
Children's Day Wishes 2025: 14 नवंबर को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. चाचा नेहरू बच्चों के प्रति खास लगाव रखते थे, उनका जन्मदिन चिल्ड्रंस डे के तौर पर जाना जाता है. आइए इस खास मौके पर कुछ संदेंशों के जरिए बाल दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
हर साल 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. लेकिन दुनियाभर में 20 नवंबर को बाल दिवस (World Children's Day) मनाया जाता है.
बच्चों के लिए चाचा नेहरू का बहुत लगाव था और इसलिए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. आइए बच्चों के बेहतर पालन-पोषण के लिए कुछ खास किताबों पर नजर डालते हैं.