चौधरी बीरेंद्र सिंह (Chaudhary Birender Singh) एक वरिष्ठ नेता और भारतीय राजनीति में एक प्रसिद्ध चेहरा हैं. वह 2014 से 2016 तक ग्रामीण विकास, पंचायती राज, स्वच्छता और पेयजल मंत्री रहे और बाद में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में 2016 से 2019 तक केंद्रीय इस्पात मंत्री रहे हैं.
सिंह सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से प्रभावशाली परिवार से आते हैं. किसान नेता सर छोटू राम बीरेंद्र सिंह के नाना थे. उनके पिता चौधरी नेकी राम संयुक्त पंजाब के राजनीतिज्ञ थे. उनके नाना सर छोटू राम भारत और पाकिस्तान में एक प्रतिष्ठित किसान नेता थे.
बीरेंद्र सिंह ने गवर्नमेंट कॉलेज, रोहतक से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से कानून की डिग्री पूरी की. इस विकास के दौरान, सिंह जिले की कप्तानी करते हुए खेलों में सक्रिय थे. जिंद क्रिकेट टीम 1964-67 और पंजाब यूनिवर्सिटी टीम (1969-70) में वे शामिल थे.
बीरेंद्र सिंह ने 9 जून 1970 को प्रेमलता सिंह से शादी की. प्रेमलता सिंह 2014 से 2019 तक उचाना कलां निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए हरियाणा की विधान सभा की सदस्य रही हैं.
उनके बेटे बृजेंद्र सिंह पहले एक नौकरशाह थे, जिन्होंने 1998 बैच के आईएएस अधिकारी के रूप में कार्य किया और 21 वर्षों तक हरियाणा में तैनात रहे. वह 2019 के भारतीय आम चुनाव में हिसार से संसद सदस्य के रूप में चुने गए.
रियलिटी शो राइज एंड फॉल में तख्तापलट हो चुका है. धनश्री और बेसमेंट से वापस पेंटहाउस में आ गए हैं. उनके साथ अर्जुन बिजलानी, आकृति नेगी भी अब पेंटहाउस में रहेंगे.
हरियाणा में बीजेपी को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बड़ा झटका लगा है. बीजेपी के नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस का दामन थाम लिया. इससे पहले उनके बेटे और हिसार से बीजेपी के सांसद बीजेंद्र सिंह भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. बीरेंद्र का कांग्रेस में वापसी बीजेपी के लिए संकट का संकेत है. देखें 'लंच ब्रेक'.
हरियाणा के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को अपनी पत्नी के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली. उन्होंने कहा कि यह उनकी घर वापसी नहीं बल्कि विचारधारा की वापसी है. उनके बेटे और हिसार से मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह पिछले महीने ही कांग्रेस में शामिल हो गए थे.