भारत में भी अलग-अलग चार्जर का झंझट खत्म होने वाला है. स्मार्ट डिवाइस के लिए एक कॉमन चार्जिंग पोर्ट USB-C का इस्तेमाल किया जाएगा. इसको लेकर कंपनियों में सहमति बन गई है. इससे लोगों को हर बार नए डिवाइस के साथ नया चार्जर लेने की जरूरत नहीं होगी. यानी देश में स्मार्ट डिवाइस के लिए सिंगल चार्जर से काम चल जाएगा.
उपभोक्ता मामले के सचिव रोहित कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि एक बैठकर में स्टेकहोल्डर्स ने स्मार्ट डिवाइस के लिए एक कॉमन चार्जिंग पोर्ट पर सहमति जताई है. इस सहमति के बाद अब माना जा रहा ही कि कॉमन चार्जिंग पोर्ट का रास्ता साफ हो गया है.
फीचर फोन के लिए अलग हो सकता है पोर्ट
हालांकि, कम कीमत वाले फीचर फोन के लिए ये पोर्ट अलग हो सकता है. इससे ई-वेस्ट भी कम होगा. ASSOCHAM-EY की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अनुमान लगाया गया है कि साल 2021 में भारत ने 5 मिलियन ई-वेस्ट जनरेट किया है. ऐसे में ये इस मामले में केवल चीन और यूएस से पीछे है.
आपको बता दें कि इस मीटिंग में इस बात पर सहमति बन गई कि स्मार्ट डिवाइस जैसे टैबलेट, स्मार्टफोन और लैपटॉप के लिए USB Type-C चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल किया जाएगा. इस पर स्टेकहोल्डर्स ने अपनी सहमति जता दी. फीचर फोन के लिए दूसरे पोर्ट को अपनाया जा सकता है.
ऐपल भी अपने डिवाइस में लाने वाला है Type-C पोर्ट
हाल ही में यूरोपीय यूनियन ने भी सभी प्रकार के डिवाइसेस के लिए टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट को मंजूरी दी है. यहां वहां बिकने वाले सभी डिवाइस USB Type-C पोर्ट के साथ ही आएंगे. अभी ज्यादातर फोन्स में ये पोर्ट दिए जाते हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल भी अपने अपकमिंग आईफोन को USB Type-C पोर्ट के साथ पेश कर करेगी. अभी कंपनी लाइटनिंग पोर्ट का इस्तेमाल करती है. एक कॉमन चार्जर होने से चार्जर कैरी करने की भी जरूरत कम हो जाएगी.