
भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु का टोक्यो ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने का सपना टूट गया. महिला एकल के सेमीफाइनल में विश्व की नंबर-1 ताइ जु यिंग के हाथों सीधे गेम में उन्हें हार झेलनी पड़ी. इससे पहले तक टोक्यो में एक भी गेम नहीं हारने वाली सिंधु इस अहम मैच में आउट ऑफ फॉर्म दिखाई दीं.
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधु ने ताइ जु के खिलाफ पहले गेम में कड़ी चुनौती पेश की, लेकिन आखिर में उन्हें 40 मिनट तक चले मैच में 18-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा. सिंधु अब कांस्य पदक के लिए रविवार को चीन की ही बिंग जियाओ से भिड़ेंगी, जिन्हें हमवतन चेन यू फेई ने पहले सेमीफाइनल में 21-16, 13-21, 21-12 से हराया था.
ऐसा रहा मुकाबला
पहले गेम की शुरुआत में सिंधु ने कुछ बेहतरीन स्मैश पर प्वाइंट्स बटोरे, जिसका नतीजा ये हुआ कि गेम अंतराल के समय सिंधु 11-8 से आगे हो गईं. इसके बाद ताइ जु यिंग ने लगातार तीन अंक बटोर कर स्कोर 11-11 कर दिया. यहां से दोनों खिलाड़ियों के बीच दिलचस्प जंग जारी रही और मामला लगभग बराबरी पर रहा. 18-18 के स्कोर पर ताइ जु यिंग ने लगातार तीन अंक बटोर कर 21 मिनट में पहला गेम अपने नाम कर लिया.
दूसरे गेम में सिंधु के प्रदर्शन में उतनी धार नहीं दिखाई दी और उन्होंने काफी गलतियां भी कीं. साथ ही ताइ जु यिंग ने सिंधु को आक्रामक होकर खेलने नहीं दिया. नतीजतन दूसरे गेम को भी चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने महज 19 मिनट में जीतकर फाइनल में जगह बना ली.
इस जीत के साथ ताइ जु यिंग ने पीवी सिंधु के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 14-5 कर लिया है. इससे पहले दोनों के बीच 18 मुकाबले हुए थे. जिसमें से ताइ जु यिंग ने 13 मैचों में जीत दर्ज की थी, जबकि सिंधु को अपनी इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सिर्फ 5 में जीत मिली.

सिंधु के पिता ने ऐसा कहा -
सिंधु की हार पर उनके पिता पीवी रमन्ना ने कहा, 'ताइ जु ने काफी चालाकी भरा गेम खेला. उसने गेम को डोमिनेट किया. उसकी रणनीति एकदम सही थी और उसने सिंधु को आक्रामक खेल नहीं खेलने दिया.'
रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट सिंधु ने ग्रुप-जे में शीर्ष पर रहकर नॉकआउट के लिए क्वालिफाई किया था. रविवार को अपने शुरुआती मुकाबले में उन्होंने इजरायल की सेनिया पोलिकारपोवा को 21-7, 21-10 से हराया था.
इसके बाद बुधवार को अपने आखिरी ग्रुप मैच में उन्होंने हॉन्गकॉन्ग की च्युंग एनगान यी को 21-9, 21-16 से मात दी थी. फिर रांउड-16 में उन्होंने डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट को 21-15, 21-13 से शिकस्त देकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था. इसके बाद क्वार्टर फाइनल में सिंधु ने जापान की अकाने यामागुची को 21-13, 22-20 से मात दी थी.