भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा ने पहली पारी में अपने अर्धशतक के लिए अपने सकारात्मक रवैए को श्रेय दिया. उन्होंने 'सामान्य’ विकेट पर सिर्फ डटे रहने की कोशिश नहीं की, बल्कि रन बनाने का प्रयास भी किया, जिस पर इंग्लैंड को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
इस सीनियर सलामी बल्लेबाज ने भारत के लिए मैच की एकमात्र अर्धशतकीय पारी खेली, जबकि घरेलू टीम के स्पिनरों ने 19 विकेट झटके. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अक्षर पटेल की सीधी गेंदों ने चकमा दिया जो टर्न लेने की बजाय सीधे ‘स्किड’ कर रही थीं.
रोहित ने मैच के समाप्त होने के बाद वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘जब आप ऐसी पिच पर खेलते हो तो आपके अंदर जज्बा होना चाहिए और साथ ही आपको रन बनाने की कोशिश भी करनी चाहिए. आप सिर्फ ब्लॉक नहीं कर सकते. जैसा कि आपने देखा कि कोई कोई गेंद टर्न भी ले रही थी और जब आप टर्न के लिए खेलते तो कोई गेंद स्टंप की ओर ‘स्किड’ (फिसल) भी रही थी,’
रोहित को लगता है कि 66 रनों की पारी के दौरान वह इंग्लैंड के गेंदबाजों से दो कदम आगे थे. उन्होंने कहा, ‘आपको कभी कभार थोड़ा आगे रहकर रन बनाने के तरीके ढूढने की कोशिश करने की जरूरत होती है. मेरी इच्छा सिर्फ टिकने की नहीं थी, बल्कि रन बनाने की कोशिश करने की भी थी जिसमें अच्छी गेंदों को सम्मान करना भी शामिल था। बस मैंने इतना ही करने की कोशिश की.’