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अस्पताल में एक दिन और रहेंगे सौरव गांगुली, गुरुवार को किए जाएंगे डिस्चार्ज

कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में 48 साल के सौरव गांगुली का इलाज चल रहा है. उन्हें शनिवार को दिल का हल्का दौरा पड़ने के बाद भर्ती कराया गया था.

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Sourav Ganguly (File)
Sourav Ganguly (File)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अब घर पर ही गांगुली के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी
  • उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था
  • डॉक्टर ने कहा- सौरव गांगुली जल्द स्वस्थ हो जाएंगे

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली अस्पताल में एक दिन और रहना चाहते हैं. उन्हें अब बुधवार की बजाए गुरुवार को अस्पताल से छुट्टी मिलेगी. अस्पताल ने ताजा बुलेटिन में इसकी जानकारी दी. कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में 48 साल के सौरव गांगुली का इलाज चल रहा है. उन्हें शनिवार को दिल का हल्का दौरा पड़ने के बाद भर्ती कराया गया था. अब घर पर ही गांगुली के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी. 

अस्पताल ने बुधवार सुबह बताया, 'गांगुली को कल (गुरुवार) छुट्टी मिलेगी, क्योंकि वह एक दिन और यहां रहना चाहते हैं.'  बयान में कहा गया है कि डॉक्टर उन पर निगरानी रखे हुए हैं और समय-समय पर उपयुक्त कदम उठा रहे हैं. 

सौरव गांगुली की शनिवार को एंजियोप्लास्टी की गई थी. अस्पताल के मुताबिक, गांगुली के दिल की नसों में बाकी ब्लॉकेज के लिए होने वाली अगली एंजियोप्लास्टी पर फैसला बाद में लिया जाएगा, क्योंकि वह पहले से काफी बेहतर हैं.

जाने-माने कार्डिय़ोलॉजिस्ट डॉ. देवी शेट्टी ने मंगलवार को कहा था, 'सौरव गांगुली फिट हैं और अब वह फिर से सामान्य जीवन की ओर लौट सकते हैं, जैसा कि वह पहले थे. उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है.'

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डॉ. शेट्टी ने मंगलवार को वुडलैंड अस्पताल में गांगुली का उपचार कर रहे 13 डॉक्टरों से मिले. उन्होंने कहा, ‘गांगुली जल्द स्वस्थ हो जाएंगे क्योंकि उनका हृदय उसी तरह काम कर रहा है जैसा कि 20 साल की उम्र में करता था.’ 

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डॉ. शेट्टी ने कहा, ‘यह कोई बड़ा दिल का दौरा नहीं था. इससे उनके हृदय को कोई क्षति नहीं पहुंची है, इसका भविष्य में उनके जीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वह सामान्य जीवन बिता सकते हैं.’

यह पूछे जाने पर कि क्या फिर से उनकी एंजियोप्लास्टी होगी, इस पर उन्होंने कहा, ‘उनके पास दोनों विकल्प हैं. वह दवा लेकर भी उपचार करा सकते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि वह एंजियोप्लास्टी करा लें. यह फैसला उन्हें करना है. हमें लगता कि वह दो हफ्ते का इंतजार करें और फिर कोई फैसला करें.’

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