सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भारत को मजबूत बल्लेबाजी के दम पर इस बार विश्व कप का प्रबल दावेदार करार दिया लेकिन साथ ही अपने साथी खिलाड़ियों को आगाह किया कि उन्हें 19 फरवरी से शुरू होने वाले क्रिकेट महाकुंभ में अपेक्षाओं के दबाव में आने से बचना होगा.
गंभीर ने कहा कि भारतीय टीम पिछले कुछ वर्षों से दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर रही है लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि खिलाड़ियों के लिये अपेक्षाओं को झेलना आसान नहीं होगा.
बायें हाथ के इस बल्लेबाज ‘आज तक’ चैनल से कहा, ‘हमारे लिये दर्शकों की अपेक्षाओं को अच्छी तरह से झेलना बेहद जरूरी है हालांकि यह आसान नहीं है. घरेलू दर्शक काफी दबाव बनाते हैं लेकिन यदि खिलाड़ी किसी चीज को लेकर मन में डर बिठा देता है तो इससे गड़बड़ी हो सकती है. यह टीम के लिये नुकसानदेय हो सकता है.’
गंभीर ने कहा कि इस बार जो भी टीम अच्छी तरह से दबाव झेलने में सफल रहेगी वही जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा, ‘हमारे लिये अच्छी खबर यह है कि पिछले कुछ वर्षों से हम दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका में हमने शानदार प्रदर्शन किया तथा भले ही हम श्रृंखला नहीं जीत पाये लेकिन हमारा मनोबल बढ़ा हुआ है तथा हमें लगता है कि हम दुनिया में कहीं भी जीत दर्ज कर सकते हैं.’ {mospagebreak}
गंभीर ने कहा, ‘परिणाम हमारे हाथ में नहीं है लेकिन हम अपना शत प्रतिशत योगदान देंगे और यदि हम अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करते हैं तो यह हमारा विश्व कप हो सकता है.’ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दौरान हाथ में चोट लगने के कारण स्वदेश लौटने वाले गंभीर को विश्वास है कि वह जल्द ही पूरी तरह फिट हो जाएंगे.
उन्होंने कहा, ‘मैंने नेट्स पर अ5यास शुरू कर दिया है. हालांकि अब भी कुछ सूजन है लेकिन मैं जल्द ही पूरी तरह फिट हो जाउंगा.’ गंभीर को पता है कि सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग की मौजूदगी में उन्हें पारी का आगाज करने का मौका नहीं मिलेगा और इसलिए वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये मानसिक रूप से तैयार हो रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत उत्साहित हूं क्योंकि यह मेरा पहला विश्वकप है. मैं जानता हूं कि मुझे पारी का आगाज करने का मौका नहीं मिलेगा और तीसरे नंबर पर खेलना होगा इसलिए मेरी भूमिका अलग तरह की होगी. जब आप पारी की शुरुआत करते हो तो आक्रामक होकर खेलते हो लेकिन नंबर तीन पर आपको पारी आगे बढ़ानी होती है. मैं अभी अपनी भूमिका के बारे में सोच रहा हूं.’