लंदन ओलंपिक के रजत पदकधारी निशानेबाज विजय कुमार सूबेदार मेजर की पदोन्नति से खुश हैं लेकिन उन्हें लगता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रदर्शन को देखते हुए वह अधिकारी रैंक के पद के हकदार हैं.
26 वर्षीय विजय को सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने 30 लाख रूपये के नकद पुरस्कार के साथ पदोन्नति देकर सूबेदार मेजर बनाने के बाद कहा कि सेना उन्हें अधिकारी बनाने के लिये पूरी मदद करेगी.
विजय ने सम्मान समारोह में पत्रकारों से कहा कि मैं पदोन्नति से खुश हूं. मुझे सेना से कोई नाराजगी नहीं है. खिलाड़ियों को समय से पहले जो पदोन्नति देने का प्रावधान है, वह मुझे नहीं मिली थी जिसकी ओर मैने ध्यान आकषिर्त किया था. मुझे जूनियर कमीशन अधिकारियों में सर्वोच्च रैंक (सूबेदार मेजर) दिया गया है लेकिन मुझे कमीशन मिलने का इंतजार है जिसमें पांच छह महीने लगेंगे. मैं इंतजार करूंगा.
उन्होंने कहा कि यह अधिकारी रैंक का पद नहीं है. यह जूनियर कमीशन रैंक है, यह सीनियर कमीशन रैंक (अधिकारी पद) नहीं है. विजय ने कहा कि अजय माकन सर ने भी आश्वासन दिया है. कैबिनेट ने भी विधेयक पास किया है कि अगर आप पदक लाते हो तो आपको आईएएस रैंक का पदक दिया जायेगा. देखते हैं क्या होता है.
पदोन्नति के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले चार साल से मैं अपनी पदोन्नति का इंतजार कर रहा था. मेरी पदोन्नति पिछले साल होनी थी और मुझे अब यह मिली है. समय से पहले दो पदोन्नति की अनुमति है और मुझे वह दिया गया था. पिछले साल मैंने सीनियर पद के लिये फार्म भरा था.
विजय ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में इस पर फैसला होना था लेकिन मुझे पता चला कि मेरा नाम इस सूची में नहीं था. इसलिये मैंने दोबारा फार्म भरा इसलिये इस पर फैसला हुआ है.
सेना प्रमुख ने विजय कुमार को सूबेदार मेजर बनाने के बाद कहा कि अधिकारी बनाने की अनुमति राष्ट्रपति द्वारा दी जायेगी और इसके लिये कुछ नियमों का अनुसरण करना होता है. हम उसे पूरी मदद मुहैया करायेंगे क्योंकि वह काफी योग्य है, वह शिक्षित है, उसमें अधिकारी बनने की पूरी क्षमता है. हम उसकी योग्यताओं को और मजबूत करके उसे सेना में अहम अधिकारी बनायेंगे.
दो महीने बाद चीन में होने वाले विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन को अगला लक्ष्य बताने वाले विजय 10-15 दिन बाद अभ्यास में जुट जायेंगे. ओलंपिक पदक, सेना में पदोन्नति के बाद विजय देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेलरत्न के प्रबल दावेदारों में से हैं. इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मेरे नाम का प्रस्ताव भेजा गया है और मुझे उम्मीद है कि मेरी उपलब्धियों के दम पर मेरा दावा मजबूत है. देखते हैं कि आगे क्या होता है.