सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने ओलंपिक रजत पदकधारी विजय कुमार को पदोन्नति देकर सूबेदार मेजर बनाने के बाद कहा कि सेना उन्हें अधिकारी बनाने के लिये पूरी मदद करेगी.
सेना प्रमुख ने यह घोषणा विजय कुमार को सूबेदार मेजर बनाने के बाद की. उन्होंने कहा कि अधिकारी बनाने की अनुमति राष्ट्रपति द्वारा दी जायेगी और इसके लिये कुछ नियमों का अनुसरण करना होता है. हम उसे पूरी मदद मुहैया करायेंगे क्योंकि वह काफी योग्य है. वह शिक्षित है. उसमें अधिकारी बनने की पूरी क्षमता है. हम उसकी योग्यताओं को और मजबूत करके उसे सेना में अहम अधिकारी बनायेंगे.
बिक्रम सिंह ने सेना के 14 ओलंपियनों को सम्मानित करने के कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि मौजूदा नीति के अनुसार इस शीर्ष निशानेबाज को दो पदोन्नति दी गयी हैं. विजय कुमार ने कहा कि उन्हें लगता है कि 30 लाख रूपये के नकद पुरस्कार और सूबेदार मेजर की पदोन्नति से उनके साथ न्याय हुआ है. यह पूछने पर कि उनके साथ न्याय हुआ है तो विजय ने कहा, मैं कह सकता हूं, हां. पिछले चार साल से मैं अपने प्रोत्साहन का इंतजार कर रहा था. मेरी पदोन्नति पिछले साल होनी थी और मुझे अब यह मिली है.
विजय ने कहा कि मेरी पदोन्नति मुझे नहीं दी गयी थी. पिछले साल ही मुझे सूबेदार मेजर बनाया जाना था. सेना प्रमुख ने मुझे आश्वस्त किया कि वह मुझे अधिकारी बनाने के लिये कदम उठायेंगे और यह प्रक्रिया कुछ दिनों में ही शुरू होगी.
सेना प्रमुख से यह पूछने पर कि खिलाड़ी पदोन्नति के लिये राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने के नकली प्रमाण पत्र पेश करते हैं, इस तरह के आरोपों के बारे में उन्होंने कहा कि मैं इसकी पड़ताल कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि अगर कोई भी गलत करता हुआ पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जायेगा.