वीरेंद्र सहवाग विश्व कप से पहले भारत के कुछ चोटी के खिलाड़ियों की चोट और फार्म में गिरावट से चिंतित नहीं हैं और उनका मानना है कि उनकी टीम घरेलू दर्शकों के सामने विश्व कप जीतने की प्रबल दावेदार है.
सहवाग भी कंधे की चोट से उबरे हैं जबकि गौतम गंभीर भी हाथ में चोट से उबर रहे हैं. इसके अलावा युवराज सिंह और सुरेश रैना खराब फार्म से जूझ रहे हैं, लेकिन इस आक्रामक सलामी बल्लेबाज ने कहा कि प्रत्येक क्रिकेटर को कभी न कभी खराब दौर से गुजरना पड़ता है. उन्होंने कहा, ‘मैं इस सबसे (कुछ खिलाड़ियों को चोट और फार्म में गिरावट) चिंतित नहीं हूं. कभी आप अच्छा प्रदर्शन करते हो और कभी नहीं. मैं 2006-07 में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा था लेकिन 2008, 2009 और 2010 में मेरा समय आया.’
सहवाग ने कहा, ‘मैंने अच्छा प्रदर्शन किया और एकदिवसीय और टेस्ट दोनों में रन बनाये. सभी खिलाड़ियों के कैरियर में ऐसा होता है.’ उन्होंने कहा, ‘भारतीय बल्लेबाजों के लिए घरेलू दर्शकों के सामने प्रदर्शन करने का समय आ गया है. मैं इसे लेकर उत्सुक हूं. हाल में प्रत्येक खिलाड़ी ने बड़े शतक नहीं मारे हैं लेकिन विश्व कप करीब आने से अब समय आ गया है. मुझे भरोसा है कि सभी रन बनाएंगे.’
अपेक्षाओं के बोझ तले और इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश जैसी टीमों के साथ मुश्किल ग्रुप में खेलने के बारे में पूछने पर सहवाग ने कहा कि भारतीयों ने अपना काम किया है जिससे कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें. उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश के लोग उम्मीद कर रहे होंगे कि उनकी टीम 2007 विश्व कप की तरह दोबारा हमें हरा देगी लेकिन इस बार हमारी तैयारी बेहतर है और हम उन्हें बांग्लादेश में हराने को लेकर आश्वस्त हैं. यह हमारे लिए बदले का मैच होगा। मैं इसे हल्के में नहीं ले रहा.’