FIH Women’s World Cup: भारतीय महिला हॉकी टीम को एक जुलाई से स्पेन और नीदरलैंड्स में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए पूल-बी में इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और चीन के साथ रखा गया है. भारतीय टीम ने हाल ही में मस्कट में एशिया कप में तीसरे स्थान पर रहकर विश्व कप के लिए क्वालिफाई किया था.
भारतीय टीम की अनुभवी गोलकीपर सविता पूनिया ने हॉकी इंडिया द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘यह कठिन पूल है, क्योंकि वर्ल्ड रैंकिंग में इंग्लैंड (नंबर-3) और न्यूजीलैंड (नंबर-8) हमसे ऊपर है और चीन कभी भी उलटफेर कर सकता है.’’
अपने प्रदर्शन पर फोकस, विरोधी की क्षमता पर नहीं
उन्होंने कहा, ‘एक टीम के रूप में हमारा फोकस हमेशा से अपने प्रदर्शन पर रहा है, विरोधी की क्षमता पर नहीं. अब चूंकि हमें पता चल गया है कि पूल चरण में किनसे खेलना है तो हम उसके अनुसार तैयारी कर सकते हैं.’ भारतीय टीम पिछले वर्ल्ड कप में पहली बार टॉप-8 में रही थी. भारत ने इंग्लैंड और अमेरिका से 1-1 से ड्रॉ खेला था और आयरलैंड से 0-1 से हार गए थे. नीदरलैंड ने आयरलैंड को हराकर विश्व कप जीता था.
इंग्लैंड से उसके घर में ड्रॉ खेलना बड़ी उपलब्धि
सविता ने कहा, ‘वह बहुत अच्छा टूर्नामेंट था, जिससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा. इंग्लैंड को उसकी धरती पर ड्रॉ पर रोकना 2018 में हमारे लिए बहुत बड़ी बात थी. वह क्वार्टर फाइनल में आयरलैंड को हराने के करीब पहुंचे थे, लेकिन शूटआउट में हार गए. पिछले तीन चार साल में मिले अनुभव खासकर टोक्यो ओलंपिक के बाद अब हमारी तैयारी मानसिक रूप से भी बेहतर है और हम विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.’’
भारतीय महिला टीम ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए चौथा स्थान हासिल किया था. सविता ने कहा कि एफआईएच प्रो लीग के आगामी मैचों से उन्हें विश्व कप की तैयारी में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘हम अप्रैल में यहां प्रो लीग में इंग्लैंड से खेल रहे हैं और चीन के खिलाफ खेल ही चुके हैं. बेल्जियम, अर्जेंटीना जैसी शीर्ष टीमों से खेलकर हमें विश्व कप की तैयारी में मदद मिलेगी.’
भारत को ग्रुप बी में रखा गया है, जबकि ग्रुप ए में वर्ल्ड चैम्पियन नीदरलैंड्स, जर्मनी, आयरलैंड और चिली हैं. ग्रुप सी में मेजबान स्पेन, अर्जेंटीना, कोरिया और कनाडा की टीमें हैं, जबकि पूल डी में ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, जापान और दक्षिण अफ्रीका हैं.