इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) आज 14 साल का हो गया है. इस लीग की शुरुआत 2008 में हुई थी और इसका पहला मैच 18 अप्रैल को ही खेला गया था. यह मैच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुआ था. इस मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच टक्कर हुई थी.
लीग का पहला और ऐतिहासिक मैच सौरव गांगुली की कप्तानी वाली कोलकाता टीम ने 140 रनों के अंतर से जीता था. उस वक्त बेंगलुरु टीम की कप्तानी राहुल द्रविड़ संभाल रहे थे. पहले ही मैच में केकेआर के ओपनर ब्रैंडन मैक्कुलम ने महज 73 गेंदों में नाबाद 158 रनों की धुआंधार पारी खेली थी. उनके बल्ले से 13 छक्के और 10 चौके निकले थे. वह आईपीएल के पहले 'प्लेयर ऑफ द मैच' रहे थे.
पहला सीजन राजस्थान रॉयल्स ने जीता था. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लीजेंड दिवंगत शेन वॉर्न ने अपनी कप्तानी में राजस्थान टीम को यह खिताब जिताया था. इस टीम ने फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को 3 विकेट से करारी शिकस्त दी थी. तब चेन्नई की कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में थी.
यह तो आईपीएल के पहले मैच का इतिहास रहा है. इस पर जितनी बात की जाए, उतनी कम है. वर्तमान में IPL का 15वां सीजन खेला जा रहा है. इस बार दो नई फ्रेंचाइजीज के आने से कुल 10 टीमों के बीच ग्रुप स्टेज में 70 मैच खेले जाने हैं. कोरोना के कारण यह सभी मैच मुंबई के तीन और पुणे के एक स्टेडियम में खेले जा रहे हैं. फाइनल समेत प्लेऑफ के 4 मैचों के लिए अभी वेन्यू तय होना बाकी है.
2007 में ही टी20 फॉर्मेट में पहली बार वर्ल्ड कप कराया गया था, जिसमें टीम इंडिया ने इतिहास रचते हुए खिताब अपने नाम किया था. क्रिकेट फैन्स यहीं से क्रिकेट के इस छोटे टी20 फॉर्मेट के दीवाने हो गए थे. इस दीवानगी को IPL हाईलेवल तक लेकर गया. IPL ललित मोदी की सोच थी. ग्लैमर और चकाचौंध के तड़के के बीच इस लीग में इतना पैसा बरसा कि दुनिया देखती ही रह गई. IPL ने BCCI के रेवेन्यू में चार चांद लगा दिए और बाकी देशों के बोर्ड आर्थिक तौर पर बीसीसीआई से कौसों पीछे छूट गए.
हर खेल इस आईपीएल के मॉडल को अपनाने की कोशिश में लग गया. 2008 से 2010 तक पहले तीन सीजन तक ललित मोदी IPL के चेयरमैन और कमिश्नर रहे. आईपीएल 2010 फाइनल के बाद उन्हें BCCI से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. ललित मोदी पर पैसे की हेराफेरी सहित कई आरोप लगे थे.
भारत में आईपीएल के मुकाबले तो हिट हो गए, लेकिन दूसरी तरफ कई विवादों में भी यह लीग घिरी रही. सबसे बड़ा विवाद 2013 में सामने आया, जब राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगाया गया था. और उस समय BCCI के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद को अवैध सट्टेबाजी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.