Ajinkya Rahane Change Yashasvi Jaiswal Career: जगह थी कोएंबटूर, मौका था दलीप ट्रॉफी के 2022 के फाइनल का. मैच 21 सितंबर को शुरू हुआ और 25 सितंबर को खत्म हो गया. मुकाबला वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच खेला गया . मैच को अंजिक्य रहाणे की कप्तानी में वेस्ट जोन ने 294 रनों से अपने नाम किया था. इस फाइनल को यशस्वी जायसवाल भी खेल रहे थे, पहली पारी में महज 1 रन बनाने वाले जायसवाल ने दूसरी पारी में 265 रन बनाए. इस कारण उनको 'प्लेयर ऑफ द मैच' दिया गया.
लेकिन यह मैच अपने परिणाम और यशस्वी के शानदार प्रदर्शन के इतर उनके व्यवहार के कारण क्रिकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. फाइनल मुकाबले के आखिरी दिन जमकर बवाल हुआ. हुआ क्या था तो वो जान लीजिए.
दरअसल, वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने अपनी टीम के खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल को मैदान से बाहर भेज दिया. यशस्वी जायसवाल के अनुशासनहीन रवैये की वजह से रहाणे को यह कदम उठाना पड़ा. यशस्वी बार-बार साउथ जोन के बल्लेबाजों खासकर रवि तेजा को स्लेज कर रहे थे.
अंपायरों ने भी यशस्वी को इसे लेकर तब दो-तीन बार वॉर्निंगदी थी. जब पारी के 57वें ओवर में यशस्वी ने एक बार फिर यही हरकत की तो अंपायर्स ने कप्तान रहाणे से लंबी बातचीत की जिसके बाद यशस्वी को मैदान से बाहर जाना पड़ा. खास बात यह है कि अंपायरों ने वेस्ट जोन को सब्स्टीट्यूट फील्डर की इजाजत नहीं दी, इस वजह से कुछ ओवर तक 10 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर रहना पड़ा.

माना जाता है कि अजिंक्य की इस डांट से यशस्वी पर काफी असर पड़ा. उनके करियर में भी काफी बदलाव दिखा. वो साल 2022 था. आईपीएल 2022 के 10 मैचों में 258 रन 25.80 से बनाने वाले यशस्वी ने ठीक अगले साल यानी आईपीएल 2023 में शानदार प्रदर्शन किया. आईपीएल 2023 में यशस्वी जायसवाल ने 14 मैचों में 625 रन बनाए. इस दौरान उनका एवरेज 48.08 और स्ट्राइक रेट 163.61 का रहा.
That Leap. That Celebration. That Special Feeling 👏 👏
— BCCI (@BCCI) February 3, 2024
Here's how Yashasvi Jaiswal notched up his Double Hundred 🎥 🔽
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फिर हुआ टीम इंडिया में सेलेक्शन
यशस्वी जायसवाल को आईपीएल 2023 में प्रदर्शन करने का ईनाम मिला. यशस्वी जायसवाल का इसके बाद 12 जुलाई 2023 से शुरू हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू हुआ. अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने 171 रनों की पारी खेली. जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच मिला था. बाद में उन्हीं उसी दौरे दौरे पर टी20 में डेब्यू किया.
भदोही से मुंबई पहुंचे यशस्वी के संघर्ष की कहानी
भदोही से मुंबई पहुंचे यशस्वी की कहानी बेहद मार्मिक है. उन्होंने डेयरी में काम किया और गोलगप्पे भी बेचे थे. यूपी के भदोही में 28 दिसम्बर 2001 को जन्मे यशस्वी जायवाल 12 साल की उम्र में मुंबई पहुंचे और आजाद मैदान में क्रिकेट की एबीसीडी सीखी.
यहां वह मुस्लिम यूनाइटेड क्लब के संपर्क के कोच इमरान सिंह के संपर्क में आए. कोच इमरान ने उनसे कहा कि अगर मैच में परफॉर्म किया तो उसे टेंट में रहने को मिलेगा.
ऐसा दावा है कि यशस्वी ने टेंट में रहकर भी अपनी जिंदगी आजाद मैदान के पास बिताई, डेयरी में भी काम किया. यशस्वी ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने गोलगप्पे भी बेचे थे. यहीं उन्हें पहली बार कोच ज्वाला सिंह ने पहली बार देखा था, फिर वह उनको सबअर्बन सांताक्रुज में स्थित अपनी कोचिंग में ले गए.
2019 में विजय हजारे ट्रॉफी में गरजा यशस्वी का बल्ला
यशस्वी की जिंदगी में बड़ा यूटर्न अक्टूबर 2019 में आया. जब उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 113, 22, 122, 203 और नाबाद 60 रन बनाए थे. इसके अगले साल यशस्वी ने साउथ अफ्रीका में अंडर-19 वर्ल्ड कप में शानदार बल्लेबाजी की, जहां वो 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' रहे और टीम उपविजेता रही.
यशस्वी जायसवाल ने अबतक भारत के लिए 6 टेस्ट और 17 टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट मैचों में यशस्वी ने 57.90 की औसत से 637 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और इतने ही अर्धशतक शामिल रहे. वहीं टी20 इंटरनेशनल में यशस्वी के नाम पर 33.46 के एवरेज से 502 रन दर्ज हैं. टी20 इंटरनेशनल में यशस्वी ने 1 शतक और चार अर्धशतक लगाए हैं.